मास्को। रूस—यूक्रेन के बीच लड़ाई को 10 महीने से अधिक हो चुके हैं। इस बीच रिपोर्ट्स में दावा किया है कि रूसी सेना ने यूक्रेन के क्षेत्रों में आम नागरिकों के साथ क्रूरता दिखाई है। इनमें बूचा से लेकर मारियूपोल तक रॉकेट हमले और मारे गए यूक्रेनी नागरिकों की कब्रों के मिलने की बातें सामने आई। इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अफसरों को आदेश दिया कि वे यूक्रेन के खिलाफ किए हमलों की डॉक्यूमेंट्री फिल्मों की सीरीज देश के सिनेमा में प्रदर्शित करना शुरू करें।
रिपोर्ट्स में कहा है कि पुतिन ने आदेश दिया है, यूक्रेन में रूस ने जिस तरह से युद्ध शुरू किया, उसे सिनेमा हॉल में लोगों को दिखाया जाए, जिससे लोगों को रूसी शासन की ‘नव-नाजी’ विचारधारा के खिलाफ लड़ाई के बारे में पता चले। क्रेमलिन ने बयान जारी कर कहा कि रूस के संस्कृति मंत्रालय को फरवरी से आदेश को लागू करना होगा।
गौरतलब है कि पुतिन ने साल 2022 में यूक्रेन में सैनिक भेजने का फैसला किया था। रूसी राष्ट्रपति ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा था कि यूक्रेन का असैन्यीकरण बेहद जरूरी है। एक साल बाद यूक्रेन में रूस सीमित उपलब्धियों के बीच पुतिन ने रक्षा मंत्रालय को आदेश जारी किया कि वह रूसी फिल्म निर्माताओं की मदद करें। जो यूक्रेन के खिलाफ रूसी हमलों पर डॉक्यूमेंट्री बनाने की तैयारी कर रहे हैं। आदेश में कहा है कि फिल्म निर्माताओं को यूक्रेन में रूस के सफल सैनिक अभियानों और उन्हें अंजाम देने वाले सैनिकों की बहादुरी को दिखाया जाए।