मास्को। रूस रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन के मिसाइल हमले के लिए सैनिकों के मोबाइल फोन उपयोग को जिम्मेदार बताया है। मंत्रालय के मुताबिक, घातक हमले में रूस के 89 सैनिक मारे गए हैं। इससे पहले मॉस्को ने कहा था कि इस सप्ताह हमले में उसके 63 सैनिक मारे गए हैं।
हमले को लेकर रूस में गुस्सा
मंत्रालय की ये प्रतिक्रिया मिसाइली हमलों के बढ़ने से कुछ रूसी टिप्पणीकारों में गुस्से के बीच आई। इन रूसी टिप्पणीकारों ने यूक्रेन में आधे-अधूरे अभियान की बात कह कर पुतिन सरकार की मुखर अलोचना की थी। इसी के साथ इन टिप्पणीकारों ने मुखर रुख अपनाया था।
सोशल मीडिया पर आक्रोश
यूक्रेन के मिसाइली हमले के बाद सोशल मीडिया पर अधिकतर आक्रोश रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बजाय सैन्य कमांडरों को लेकर भी है। हाल के महीनों में प्रमुख युद्ध क्षेत्रों से पीछे हटने के बाद यूक्रेन का ये हमला रूस के लिए एक बहुत ही बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि, राष्ट्रपति पुतिन ने इस पर अभी तक अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
दोनेत्स्क में अस्थाई रूसी बैरक को बनाया निशाना
रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि चार यूक्रेनी मिसाइलों ने पूर्वी यूक्रेन में रूस के कब्जे वाले क्षेत्रीय राजधानी दोनेत्स्क के जुड़वा शहर मकीवका में अस्थाई रूसी बैरक को निशाना बनाया। मंत्रालय ने जानकारी दी है कि इसकी एक आधिकारिक जांच शुरू कर दी गई है।
यूक्रेन मिसाइल को मिली मोबाइल से सटीक लोकेशन
बताया जा रहा है कि हमले का मुख्य कारण रूसी सैनिकों द्वारा मोबाइल फोन का अवैध रूप से बड़े पैमाने पर उपयोग करना रहा है। मोबाइल के कारण ही यूक्रेन की मिसाइलों केा रूस के सैनिक अड्डों की सटीक जानकारी मिली है। इसकी वजह से दुश्मन को मिसाइल हमले के लिए सैनिकों के स्थान को निशाना बना लिया गया।