भारत के इनोवेशन, टेक्नोलॉजी, टाइलें और इंडस्ट्री ने आज दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है, भारत अब सब कुछ बड़ा बनता है फिर वो चाहे स्टेचू हो या स्टेडियम क्योंकि उसकी सोच बढ़ी है. यह बातें प्रधानमंत्री मोदी ने इंडोनेशिया के बाली में आयोजित G20 सम्मलेन के मौके पर भारतीय समुदाय को अपने एक सम्बोधन में कही. प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 के पहले भारत और आज के भारत में बहुत अंतर आ गया है. भारत आज सबसे तेज़ बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था, भारत में आज अप्रत्याशित स्पीड से काम हो रहा है, आज दुनिया को भारत से बहुत अपेक्षाएं हैं और वो उसकी तरफ उम्मीद की नज़रों से देख रही है.
आत्मनिर्भर भारत के विजन में ग्लोबल गुड की भावना समाहित
पीएम मोदी ने कहा दुनिया को भारत से जो आशाएं हैं, भारत उन्हें समझता है औरअपनी जिम्मेदारी के रूप में देखता है. आत्मनिर्भर भारत के विजन में ग्लोबल गुड की भावना समाहित हैं. कोरोना काल में दवाइयों से लेकर वैक्सीन तक भारत ने जरूरी संसाधनों के लिए आत्मनिर्भरता हासिल की है और उसका लाभ पूरी दुनिया को मिला. पीएम मोदी ने कहा कि बाली आने के बाद एक अलग ही एहसास होता है. बाली का माहौल ऊर्जा देता है. भारत का इंडोनेशिया के साथ हजारों सालों का रिश्ता है.
इंडोनेशिया की रामायण परंपरा को याद रखने की ज़रुरत
उन्होंने कहा कि पिछली बार जब मैं यहां जकार्ता में था तो इंडोनेशिया के लोगों का प्रेम बहुत करीब से महसूस किया था. राष्ट्रपति जोको विडोडो के साथ पतंग उड़ाने का मजा अद्भुत था. मेरी तो संक्रांति पर गुजरात में पतंग उड़ाने की बड़ी ट्रेनिंग रही है. प्रधानमंत्री ने कहा जब 2018 में इंडोनेशिया में भयंकर भूकंप आया तो भारत ने तुरंत मदद के लिए ऑपरेशन समुद्र मैत्री शुरू किया था. प्रधानमंत्री ने कहा आज जब भारत में भव्य श्री राम मंदिर का निर्माण हो रहा है तब हमें इंडोनेशिया की रामायण परंपरा को याद रखने की ज़रुरत है.