देश की शहरी बेरोजगारी दर 6.6 प्रतिशत पर बरकरार है। वहीं युवा बेरोजगारी दर में मामूली कमी आई है। PLFS आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022 की कोविड-प्रभावित अप्रैल-जून तिमाही में दर्ज की गई दर के बाद शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर में गिरावट आ रही है।
लगातार दो महीने गिरावट के बाद दूसरी तिमाही(जुलाई-सितंबर) देश की शहरी बेरोजगारी दर 6.6 प्रतिशत पर स्थिर रही है। तिमाही के दौरान श्रम बाजारों में मामूली गिरावट देखी गई है। यह स्थिरता बढ़ती श्रम शक्ति के बीच आई है। इसका अर्थ है कि शहरी अर्थव्यवस्था तिमाही के दौरान रोजगार सृजित नहीं कर सकीं।
बेरोजगारी दर हाल के पांच सालों में सबसे कम रही
हालांकि, सितंबर तिमाही में 15 साल से अधिक उम्र के लोगों के बीच बेरोजगारी दर हाल के पांच सालों में सबसे कम रही है। जबसे राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने शहरी बेरोजगारी दर तिमाही आंकड़े जारी करने शुरू किए हैं। एनएसओ दिसंबर 2018 से बेरोजगारी दर के आंकड़े जारी कर रहा है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय(NSO)द्वारा बुधवार को जारी आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण(PLFS)आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2022 की कोविड-प्रभावित अप्रैल-जून तिमाही में दर्ज की गई 12.6 फीसदी की उच्च दर के बाद से शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर में लगातार गिरावट आ रही है।
तिमाही के दौरान पुरुषों के बीच बेरोजगारी दर पिछली तिमाही के 5.9 फीसदी से मामूली बढ़कर 6 फीसदी हो गई, जबकि महिलाओं के बीच बेरोजगारी दर 9.1 फीसदी से घटकर 8.6 फीसदी हो गई।
वित्त वर्ष 2022 की अप्रैल-जून तिमाही के बाद से इन आंकड़ों में भी गिरावट आ रही है, जब यह क्रमशः 12.2 फीसदी और 14.3 फीसदी था। हालांकि, युवाओं (15 से 29 आयु वर्ग) के लिए बेरोजगारी दर जून तिमाही में 17.6 फीसदी से घटकर दूसरी तिमाही में 17.3 फीसदी हो गई।