Indian economy: आज से 24 साल बाद यानी 2047 में भारतीयों की औसत आय 50 लाख रुपए होगी। ये हम नहीं सरकारी आंकड़े कह रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक दस साल में भारतीय मध्यम वर्ग की आय में दो गुना से अधिक वृद्धि हुई है। यानी 2013 में जो आय 4.4 लाख रुपए थी वो बढ़कर 2022 में 13 लाख रुपए हो गई है। इसी तरह से वित्त वर्ष 2047 तक 5 लाख तक ITR फाइल करने वाले उच्च आय वर्ग श्रेणी शिफ्ट हो जाएंगे। ऐसा अनुमान केंद्र सरकार का है। सामान्य मध्यम वर्गीय भारतीय की एवरेज आय वित्त वर्ष 2013 में 4.4 लाख रुपए से बढ़कर वित्त वर्ष 2022 में 13 लाख रुपए हो गई। यह वृद्धि कई टैक्सपेयर के लो आय लेवल से हाई आय लेवल की ओर बढ़ने के कारण हुई। जिससे कुल औसत आय में ग्रोथ हुई है।
इसके अलावा, Zero ITR भरने वालों की संख्या में कमी आई है। अतीत में, असेसमेंट ईयर 2012 में दाखिल किए ITR में जीरो टैक्स देनदारी वालों की संख्या 84.1 % थी। लेकिन असेसमेंट ईयर 2023 में यह घटकर 64 प्रतिशत हो गई है। हर साल की औसत आय जानने के लिए टैक्स रिटर्न से आय डेटा का उपयोग किया जाता है। इससे माना जाता है कि बहुत से लोग इसके एवरेज के करीब कमाते हैं।
SBI का अनुमान है कि यह औसत आय, जिसे भारतीय औसत आय (weighted mean income) कहते है। 24 साल में यानी 2047 तक 13 लाख रुपए से बढ़कर 49.7 लाख रुपए हो जाएगी। यह वृद्धि इसलिए होगी क्योंकि अधिकांश लोग टैक्स दाखिल करना शुरू कर देंगे। इसके अलावा टैक्स दाखिल करने वाले लोगों का ग्रुप समय के साथ कम आय से अधिक आय में शिफ्ट हो जाएगा।
2011-12 वित्त वर्ष में 16 मिलियन लोगों ने अपना इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किया। उनमें से अधिकांश ने लगभग 84 प्रतिशत आय 5 लाख रुपए तक दिखाई थी।
इसके बाद साल 2023 में 68.5 लाख लोगों ने अपना आयकर रिटर्न दाखिल किया। हालांकि, बहुमत, 64 प्रतिशत की आय अभी 5 लाख रुपए तक ही थी। इससे पता चलता है कि FE 2011-12 की स्थिति की तुलना में, लगभग 13.6 % आबादी lower income level से ही बाहर आई है। अब 2023 में उनकी income अधिक है।
5 लाख से 10 लाख रुपए के बीच आय वाले लोगों की संख्या 8.1 प्रतिशत तक बढ़ी है। 10 लाख रुपए से 20 लाख रुपए के बीच आय वालों की संख्या में 3.8 प्रतिशत ग्रोथ हुई है। 20 लाख रुपए से 50 लाख रुपए आय सीमा में 1.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वहीं 50 लाख रुपए से 1 करोड़ रुपए के बीच आय वाले ग्रुप में 0.2 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। इससे छोटी ग्रोथ, लगभग 0.02 प्रतिशत, 1 करोड़ रुपए से अधिक आय ग्रुप में देखी गई है।
FY47 तक lower middle income class का middle and high class में transition
SBI (भारतीय स्टेट बैंक) का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2047 तक इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने वालों में से 25% लोग लोअर इनकम कैटेगरी से बाहर चले जाएंगे। उनमें से, 17.5% के 5 लाख रुपये से 10 लाख रुपए की आय सीमा में ट्रांसफर होने की उम्मीद है, 5% के 10 लाख रुपए से 20 लाख रुपए की आय सीमा में और 3 प्रतिशत के 20 लाख रुपए से 50 लाख की आय सीमा में जाने की उम्मीद है।