Indian Car Market: कार बिक्री मामले में भारत अब अमेरिका और चीन के बाद तीसरा बड़ा देश बन गया है। साल की पहली छमाही भारत में कार बिक्री में रिकार्ड तेजी आई है। पहली छमाही भारत में कार बिक्री के रिकॉर्ड 20 लाख यूनिट पार होने की उम्मीद जताई जा रही है। बाजार में लगातार नए मॉडल्स उतारे जा रहे हैं। इससे पैसेंजर कारों की बिक्री जोरों पर है। भारत का कार बाजार तेजी से बढ़ा रहा है। पैसेंजर कारों की बिक्री पहली बार कैलेंडर वर्ष 2023 की पहली छमाही में 20 लाख का आंकड़ा पार होने की उम्मीद जताई है। ईटीआईजी बिक्री डेटा के मुताबिक वाहन कंपनियों की ओर से लगातार बाजार ममें नए मॉडल्स उतारे जा रहे हैं। इससे पैसेंजर कारों की बिक्री को समर्थन मिला है। इन कारों की डिमांड तेजी से बढ़ी है।
भारत एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। ऐसे में भारत में साल 2023 के पहले 6 महीनों में कार बिक्री की संख्या आस्ट्रेलिया, मेक्सिको और इंडोनेशिया जैसे देशों में पूरे वर्ष के दौरान बिक्री के बराबर पहुंच गई है। मारुति सुजुकी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी शशांक के मुताबिक जून 2023 में कारों की बिक्री लगभग 325,000 से 328,000 यूनिट पर पहुंचने की उम्मीद है।
इसका मतलब कि पिछले साल जून में 321,000 पैसेंजर कारों की बिक्री की तुलना में सालाना इसमें 2.5 फीसदी की वृद्धि हो रही है। उम्मीद है कि पैसेंजर कार की बिक्री जून तिमाही 2023 के अंत में 996,000 यूनिट पर पहुंचेगी। वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में 1,017,000 यूनिट बिक्री हुई थी। दोनों तिमाहियों के आंकड़ों को मिलाया जाए तो कार उद्योग पहली बार किसी वित्त वर्ष की पहली छमाही में 20 लाख वाहन बिक्री का आंकड़ा पार कर पाएगा।
कार बाजार में मामले में आगे चीन, अमेरिका
भारत में पैसेंजर कार बाजार में 2023 की छमाही में सालाना आधार पर 10 फीसद की वृद्धि हुई है। जिससे यह तीसरी छमाही में बिक्री वृद्धि के दहाई अंकों में बढ़ने का अनुमान है। कैलेंडर वर्ष 2022 की छमाही में घरेलू कार बिक्री में 16 फीसदी और दूसरी छमाही में 30 फीसदी की वृद्धि हुई। आंकड़ों के अनुसार, पैसेंजर कारों की बिक्री वृद्धि गति दूसरी छमाही तक बनी रही। ऐसे में भारत 2023 में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कार बाजार बन सकता है।