भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे और अंतिम दिन अमित शाह ने भाजपा को जहाँ देश की उम्मीद बताया वहीँ इंडिया गठबंधन को हताशा करार दिया. अमित शाह ने अपने प्रस्ताव में कांग्रेस अस्थिरता को जन्म देने वाली और इंडिया अलायन्स को कलह, कटुता, कुटिलता और उत्पात का पर्याय बताया. अमित शाह ने कहा कि गरीबों का विरोध करने वाली कांग्रेस और उसके सहयोगी गले तक भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं।
अमित शाह ने आगे कहा कि कांग्रेस की विभाजनकारी नीतियों ने भारत की संस्कृति को नुकसान पहुंचाया है. कांग्रेस ने हमेशा हर प्रगतिशील कदम का विरोध किया है. भाजपा के चाणक्य ने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में दो खेमे आमने-सामने हैं. एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए का गठबंधन है और दूसरी तरफ कांग्रेस के नेतृत्व में सभी वंशवादी दलों का अहंकारी गठबंधन है.
अमित शाह शाह ने कांग्रेस पर देश की संवैधानिक संस्थाओं के साथ-साथ वैज्ञानिकों का अपमान करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में बहुत बड़ा बदलाव आया है, 140 करोड़ लोगों ने देश का उज्ज्वल भविष्य देखा है। अमित शाह ने दावा किया कि नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं.
राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान भाजपा ने यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था पर एक श्वेत पत्र भी जारी किया। इसमें कहा गया कि यूपीए सरकार को एक स्वस्थ अर्थव्यवस्था विरासत में मिली थी जो और अधिक सुधारों के लिए तैयार थी। लेकिन कांग्रेस ने 10 साल में इसे बेकार कर दिया. इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर पर प्रस्ताव पढ़ा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना फैला रहे हैं. मोदी सरकार सभी सांस्कृतिक और धार्मिक प्रतीकों को मजबूत कर रही है. भाजपा राम मंदिर के माध्यम से राम राज्य की स्थापना की दिशा में आगे बढ़ रही है।