लोकसभा चुनाव के चुनाव नतीजे आज रहे हैं. मतगणना जारी है, लगातार रुझान मिल रहे हैं। रुझानों में बड़ा दिलचस्प नज़ारा दिखने को मिल रहा है. मोदी जी का 400 पार का नारा हवा में गायब हो चूका है, फिलहाल स्थिति तो यही नज़र आ रही है कि भाजपा अपने दम पर सरकार बनाते हुए काफी पीछे दिख रही है, NDA गठबंधन को ज़रूर इंडिया अलायन्स पर बढ़त नज़र आ रही है. उत्तर प्रदेश का नज़र तो और भी दिलचस्प है, यहाँ पर भाजपा को ज़बरदस्त झटका लगते हुए दिख रहा है, इंडिया गठबंधन की बल्ले बल्ले है। उन सीटों पर भी इंडिया गठबंधन बाज़ी मारते हुए नर आ रहा है जहाँ पर उसने धार्मिक कार्ड को खेला। ऐसी ही सीट मेरठ की है जहाँ भाजपा ने रील वाले राम अरुण गोविल को मैदान में उतार दिया था ताकि राम मंदिर के मुद्दे को भुनाया जा सके लेकिन दोपहर दो बजे तक चुनाव आयोग की वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार वो समाजवादी पार्टी की सुनीता वर्मा से 26 हज़ार से ज़्यादा वोट से पीची चल रहे हैं.
ऐसा लगता है कि मेरठ वासियों ने रील वाले राम में असली राम को नहीं देखा। उन्हें पता चल गया कि ये सिर्फ भावनाओं को भड़काकर वोट लेने की कोशिश है , हालंकि नतीजे आने में अभी देर हैं लेकिन अब जिस तरह सुनीता वर्मा की बढ़त में इज़ाफ़ा हो रहा है उससे यही लगता है कि अरुण गोविल के राह मुश्किल होती जा रही है. ये रुझान अगर नतीजे में परिवर्तित हो गए तो भाजपा के लिए ये बहुत बड़ा झटका होगा।
कहते हैं केंद्र की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से निकलता है. यूपी में जिस तरह के रुझान आ रहे हैं उससे तो लग रहा है कि भाजपा को बहुत बड़ा झटका लगने वाला है। इस समय के रुझानों के मुताबिक इंडिया गठबंधन को 44 सीटों पर आगे चल रही है जिसमें सपा 37 सीटों पर और कांग्रेस पार्टी सात सीटों आगे है। भाजपा 33 सीटों पर सिमटती हुई नज़र आ रही है.