हैदराबाद टेस्ट मैच के पहले दिन पहली पारी में इंग्लैंड की पूरी टीम 246 रनों पर सिमट गयी. उम्मीद के मुताबिक भारतीय स्पिनर्स के आगे इंग्लैंड के बल्लेबाज़ भारतीय पिचों पर फिर नाकाम रहे. एकमात्र संघर्ष कप्तान बेन स्टोक्स की तरफ से देखने में आया जिन्होंने आउट होने से पहले 70 रनों की जुझारू पारी खेली। उनके अलावा टीम इंडिया की स्पिन तिकड़ी अश्विन. जडेजा और अक्षर ने किसी भी अंग्रेज़ बल्लेबाज़ को विकेट पर ज़्यादा देर तक टिकने नहीं दिया। बुमराह ने भी दो विकेट निकालकर अपनी भूमिका निभा दी, सिराज अकेले ऐसे गेंदबाज़ रहे जिनको कोई भी कामयाबी नहीं मिली। आज का खेल ख़त्म होने तक भारत ने रोहित शर्मा के नुक्सान पर 119 रन बना लिए थे. स्टंप्स के समय क्रीज़ पर यशस्वी जायसवाल 76 और शुभमन गिल 14 रनों पर खेल रहे थे.
इससे पहले इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया। शुरू में तो उनका फैसला सही लगता दिखा लेकिन स्पिनर्स के मोर्चा सँभालते ही परिस्थिति बदल गयी. अश्विन ने बेन डकेत और जडेजा ने ओली पॉप को आगे पीछे चलता किया, पांच रनो बाद अश्विन ने जैक क्रौली को आउट कर इंग्लैंड के टॉप आर्डर को बिखेरकर रख दिया। इंग्लैंड का पहला विकेट 55 रनों पर गिरा। डकेत 35 रन बनाकर अश्विन की गेंद पर पगबाधा हुए, ओली सिर्फ एक ही रन बना सके, वहीँ क्रौली 20 रन बना सके. इसके बाद जॉनी बेयरस्टो और जो रुट के बीच 61 रनों की साझेदारी हो गयी, लगा कि इंग्लैंड ने खुद को संभाल लिया है लेकिन यहीं पर दोनों बल्लेबाज़ चार रनों के अंतराल में पवेलियन लौट गए. इस जोड़ी को तोड़ने में अक्षर पटेल ने सफलता हासिल की जिन्होंने बेयरस्टो को 37 रनों पर बोल्ड कर दिया, फ़ौरन ही रुट को जडेजा ने चलता किया।
विकेटकीपर बेन फोक्स और रेहान अहमद भी कप्तान स्टोक्स का ज़्यादा देर तक साथ न दे सके अलबत्ता Tom Hartley (23) ने ज़रूर स्टोक्स के साथ मिलकर इंग्लैंड के स्कोर को 193 रनों तक पहुँचाया। इधर बेन स्टोक्स अपने क़द के मुताबिक बल्लेबाज़ी करते रहे और आखरी विकेट के रूप में आउट होने से पहले 88 गेंदों में 70 रन बनाये जिसमें 3 छक्के और 6 चौके शामिल थे. मार्क वुड 11 रन बनाकर आउट हुए. जडेजा और आश्विन ने तीन तीन और अक्षर और बुमराह ने दो दो विकेट हासिल किये।