हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए आज हुए मतदान में लोगों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। शाम पांच बजे तक अनुमानित रूप से यहाँ 65.50 फीसदी मतदान हुआ है। चुनाव आयोग की तरफ से अभी फाइनल फीगर नहीं आयी है. यहाँ दुनिया के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र टशीगंग में 100 प्रतिशत मतदान हुआ, इस मतदान केंद्र में कुल 52 मतदाता थे और सभी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मतदान ख़त्म होते ही जीत के दावे शुरू
मतदान ख़त्म होते ही सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा जहाँ वापसी का दावा कर रही है वहीँ कांग्रेस पार्टी बढ़े हुए मतदान को मौजूदा सरकार के खिलाफ बता रही है, हालाँकि आम आदमी पार्टी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है. अब आठ दिसंबर को ही पता चलेगा कि मतदाताओं का रुझान किस तरफ था. बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड 75.57 फीसदी मतदान हुआ था. हिमाचल प्रदेश में कुल 55,92,828 मतदाता हैं जिनमें से 28,54,945 पुरुष और 27,37,845 महिला वोटर हैं।
मतदान में सिरमौर रहा सिरमौर
हिमाचल के अन्य ज़िलों में सिरमौर 72.35 फीसदी , शिमला में 65.66, सोलन 68.48, बिलासपुर 65.72, मंडी 66.75 प्रतिशत , ऊना 67.67, हमीरपुर 64.74, कांगड़ा 63.95, कुल्लू 64.59, चंबा 63.09, लाहौल-स्पीति 67.50 और किन्नौर में 62 फीसदी मतदान हुआ है। बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कुल 68 सीटों में से 44 पर जीत हासिल की, वहीँ कांग्रेस पार्टी को सिर्फ 21 सीटें हासिल करने में कामयाबी मिली थी।
भाजपा ने किया रिवाज़ बदलने का दावा
मतदान से पहले भाजपा का दावा था कि हिमाचल का इस बार भी रिवाज बदलने वाला है. इस बार बारी बारी नहीं बल्कि भाजपा ही भारी है और उसी की बारी है. आज के मतदान में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह और पूर्व भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती समेत 412 उम्मीदवारों की किस्मत EVM में आज कैद हो चुकी है.बता दें कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी जिले के सिराज से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सतपाल ऊना से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. कांग्रेस के सीएलपी नेता मुकेश अग्निहोत्री हरोली से, विक्रमादित्य सिंह शिमला ग्रामीण से वहीं कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति के प्रमुख सुखविंदर सिंह सुक्खू नादौन से चुनाव लड़ रहे हैं.