नई दिल्ली। गुरु बृहस्पति 22 अप्रैल को सुबह 5.14 पर मीन राशि की यात्रा समाप्त करके मेष राशि में प्रवेश करेंगे। इस यात्रा के मध्य ये 4 सितंबर को सायं 7.40 पर वक्री होंगे और 31 दिसंबर को सुबह 8.11 पर मार्गी होंगे। मेष और अन्य राशियों पर इसका प्रभाव पड़ेगा।
मेष राशि
राशि पर गोचर करते हुए गुरु का प्रभाव कई तरह के अप्रत्याशित परिणामों का सामना करवाएगा। इस अवधि के मध्य अपने अंदर जिद और आवेश न पैदा होने दें। वाणी पर नियंत्रण रखें और कोई कार्य जब तक पूर्ण न हो जाए उसे सार्वजनिक न करें। मान-सम्मान तथा पद प्रतिष्ठा की वृद्धि होगी किंतु कार्यक्षेत्र में कहीं न कहीं बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी। वैवाहिक वार्ता सफल रहेगी।
वृषभ राशि
राशि से बारहवें व्यय भाव में गोचर करते हुए बृहस्पति अत्यधिक भागदौड़ और खर्च का सामना करवाएंगे। धर्म और अध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। विदेशी मित्रों तथा संबंधियों से अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग। विद्यार्थी वर्ग को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए और प्रयास करने होंगे। इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में न दें अन्यथा आर्थिक हानि का सामना करना पड़ेगा। विवादित मामले बाहर ही सुलझाएं।
मिथुन राशि
राशि से एकादश लाभ भाव में गोचर करते हुए गुरु का प्रभाव बेहतरीन रहेगा। आय के साधन तो बढ़ेंगे ही काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद। शिक्षा प्रतियोगिता में अच्छी सफलता मिलेगी। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। किसी भी तरह के सरकारी टेंडर के लिए आवेदन करना चाह रहे हों तो अवसर अच्छा है। प्रेम संबंधी मामलों में भी प्रगाढ़ता आएगी।
कर्क राशि
राशि से दशम कर्म भाव में गोचर करते हुए बृहस्पति का प्रभाव कई तरह के अप्रत्याशित परिणामों का सामना करवाएगा विशेष करके नौकरी में स्थान परिवर्तन के योग बनेंगे। इस अवधि के मध्य उच्चाधिकारियों से संबंध बिगड़ने न दें। जमीन-जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। मकान अथवा वाहन का भी क्रय करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। सामाजिक पद-प्रतिष्ठा पर विपरीत असर न पड़ने दें।
सिंह राशि
राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए बृहस्पति का प्रभाव धर्म और अध्यात्म के प्रति गहरी रूचि प्रदान करेगा। भाग्योन्नति तो होगी ही लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। धार्मिक ट्रस्टों तथा अनाथालय आदि में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान पूर्ण करेंगे। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों से सहयोग मिलेगा। दूसरे देश के लिए वीजा अथवा विदेशी कंपनियों में सर्विस के लिए आवेदन करना हो तो अवसर अनुकूल रहेगा।
कन्या राशि
राशि से अष्टम आयु भाव में गोचर करते हुए बृहस्पति का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है। स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। झगड़े विवाद तथा कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी बाहर ही सुलझाएं। विवाह से संबंधित वार्ता में थोड़ा और समय लगेगा। दांपत्य जीवन में कटुता न आने दें। आपके अपने ही लोग नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे सावधान रहें। पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद हल होंगे। आकस्मिक धन प्राप्ति के योग।
तुला राशि
राशि से सप्तम दांपत्य भाव में गोचर करते हुए बृहस्पति का प्रभाव अच्छा ही रहेगा किंतु साझा व्यापार करने से बचना श्रेयस्कर रहेगा। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित कार्यों का निपटारा होगा। किसी भी तरह के सरकारी टेंडर के लिए आवेदन करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। अपनी रणनीतियां तथा योजनाओं को गोपनीय रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे।
वृश्चिक राशि
राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए बृहस्पति मिलाजुला फल प्रदान करेंगे। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग विदेश में पढ़ाई करने के लिए जाने का प्रयास करना चाह रहे हों तो उनके लिए ग्रह-गोचर अनुकूल रहेगा। आय के साधन बढ़ेंगे। नौकरी में भी पदोन्नति तथा नए अनुबंध की प्राप्ति के योग बनेंगे किंतु फिर भी गुप्त शत्रुओं से सावधान रहना पड़ेगा। स्वास्थ्य के प्रति भी चिंतनशील रहें अधिक कर्ज के लेनदेन से दूर ही रहें।
धनु राशि
राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए बृहस्पति बेहतरीन सफलता दिलाएंगे विशेषकर के विद्यार्थियों तथा प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए तो यह समय किसी वरदान से कम नहीं है। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। प्रेम विवाह का निर्णय लेना चाह रहे हों तो उसमें भी सफल रहेंगे। संतान संबंधी चिंता में कमी आएगी। नवदंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति और प्रादुर्भाव के भी योग उच्चाधिकारियों से भी संबंध मजबूत बनेगा।
मकर राशि
राशि से चतुर्थ सुख भाव में गोचर करते हुए बृहस्पति का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है यद्यपि सफलताओं का सिलसिला चलता रहेगा, कार्य व्यापार भी निरंतर लाभदायक रहेंगे किंतु कहीं न कहीं पारिवारिक कलह और मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ेगा। मित्रों तथा संबंधियों से अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग। कोई भी बड़े से बड़ा कार्य करना हो अथवा किसी नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना हो तो उस दृष्टि से ग्रह-गोचर अनुकूल रहेगा।
कुंभ राशि
राशि से तृतीय पराक्रम भाव में गोचर करते हुए गुरु का प्रभाव सामान्य की रहेगा। परिवार में छोटे भाइयों से सहयोग मिलेगा। भाग्योन्नति के साथ-साथ विदेश यात्रा का भी योग बनेगा। विदेशी कंपनियों में नागरिकता के लिए प्रयास करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह-गोचर अनुकूल रहेगा। आध्यात्मिक विकास होगा लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। शिक्षा प्रतियोगिता में आशातीत सफलता मिलेगी।
मीन राशि
राशि से द्वितीय धन भाव में गोचर करते हुए बृहस्पति का प्रभाव कई तरह के अप्रत्याशित सुखद परिणाम दिलाएगा। किसी महंगी वस्तु का क्रय करेंगे। विलासिता पूर्ण वस्तुओं का भी सुख मिलेगा। अपनी वाणी कुशलता के बल पर विषम परिस्थितियों पर आसानी से विजय प्राप्त करेंगे। स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। दवाओं के रिएक्शन से बचें। कार्यक्षेत्र में षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। बेहतर रहेगा कार्य संपन्न करें और सीधे घर आएं।
Guru Gochar 2023: गुरु 22 अप्रैल को मेष राशि में हो रहे गोचर, राशियों पर ये पड़ेगा प्रभाव
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