दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने कल ही गुजरात में सरकार बनाने का दावा किया था, कल ही एक टीवी चैनल के सर्वे में आम आदमी पार्टी को गुजरात में 20 प्रतिशत वोट प्रतिशत का भी अनुमान व्यक्त किया गया लेकिन आज सारे दावों और अनुमानों को उस समय झटका लगा जब कच्छ जिले की अबडासा विधानसभा सीट से AAP प्रत्याशी वसंत वलजीभाई खेतानी ने पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया।
खुली केजरीवाल के दावों की पोल
इस्तीफे के साथ ही वसंत वलजीभाई खेतानी ने भाजपा उम्मीदवार प्रद्युमन सिंह जडेजा को समर्थन देने और उन्हें जिताने की अपील भी की. पहले चरण के चुनाव से दो दिन पहले खेतानी का भाजपा के समर्थन में AAP को छोड़ना केजरीवाल के दावों की पोल खोल रहा है. बता दें कि कल सूरत में केजरीवाल ने एक पत्रकार वार्ता में बड़े बड़े दावे किये थे. उन्होंने कांग्रेस को सिरे से नकार दिया था और सिर्फ भाजपा और AAP में लड़ाई की बात कही थी. इस प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने लिखित में दावा किया था कि आगामी विधानसभा चुनाव में गुजरात में आम आदमी पार्टी सरकार बनाएगी.
AAP ने मुकाबले को बनाया त्रिकोणीय
बता दें कि विभिन्न आंकलनों और सर्वे अनुमानों के मुताबिक गुजरात में इस बार बीजेपी और कांग्रेस को आम आदमी पार्टी टक्कर दे रही है. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही सीधा मुकाबला था, 99 सीट भाजपा ने हासिल की थी वहीँ कांग्रेस को 77 सीट मिली थी. बीजेपी ने शहरी तो कांग्रेस ने ग्रामीण क्षेत्रों में उम्दा प्रदर्शन किया था. पिछले चुनावों में आम आदमी पार्टी ने 29 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे लेकिन उसका खाता भी नहीं खुला था। लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रही है, यहाँ तक कि सरकार बनाने का सपना भी देखने लगी है, अब देखना है कि सपना सपना ही रहता है या फिर हकीकत बनता है.