Uttarakhand News: बदरीनाथ-केदारनाथ में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। उच्च हिमालयी क्षेत्रों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ी तो नजारा देख श्रद्धालु झूम उठे हैं। बदरीनाम धाम में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी तो निचले क्षेत्रों में ठंड बढ़नी शुरू हो गई है। दूसरी तरफ लगातार बारिश से बदरीनाथ हाईवे पर मुश्किल बढ़ गई है।
बदरीनाथ हाईवे पर वाहनों का दबाव बढ़ने से सेलंग के पास पांच किमी लंबा जाम लग गया। दोपहर दो बजे से लगा जाम शाम सात बजे तक भी नहीं खुल सका था। पुलिस घंटों जाम खुलवाने की मशक्कत करती रही। सड़क संकरी होने के कारण वाहन रेंग-रेंगकर आगे बढ़ते रहे। जिसके कारण बदरीनाथ धाम और पीपलकोटी की तरफ वाहनों की लंबी कतारें लगती गईं।
धाम की ऊंची चोटियों पर रविवार सुबह बर्फबारी
दरअसल इन दिनों बदरीनाथ यात्रा ने रफ्तार पकड़ी है। लेकिन हाईवे संकरा होने और वाहनों का दबाव बढ़ने से जाम की समस्या बन रही है।
वहीं शनिवार देर रात हुई बारिश के चलते बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम की ऊंची चोटियों पर रविवार सुबह बर्फबारी हुई। धाम में मौजूद श्रद्धालुओं को खूबसूरत नजारा देखने का अवसर पर मिला है। मौसम विभाग ने आज उत्तराखंड के चार जिलों देहरादून, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलों में हल्की बौछारों के आसार हैं।
ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे बाधित
कर्णप्रयाग में शनिवार रात से लगातार बारिश हो रही है। गोचर के आसपास कमेड़ा में मलबा आने से ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे बाधित है। हाईवे के दोनों तरफ करीब 150 वाहनों की कतार लगी है। कर्णप्रयाग-ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग पर हरमनी, सिमलसैंण व बैनोली में मलबा और पत्थर आने से आवाजाही बाधित है। यहां दोनों तरफ वाहन फंसे हैं। हाईवे खोलने के लिए जेसीबी मशीनें लर्गा गई हैं। बागेश्वर के कुंवारी गांव में भूस्खलन जारी है। जिससे पिंडर नदी का पानी मटमैला हो गया है। कुंवारी क्षेत्र में पिछले साल भी दो किलोमीटर से अधिक क्षेत्रफल में भूस्खलन हुआ था।