दक्षिण अफ्रीका में खेले जा रहे महिला टी20 विश्व कप में कल रात भारत को इंग्लैंड के हाथों 11 रन से हार का सामना भले ही करना पड़ा लेकिन भारत की विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋचा घोष ने लगातार तीसरे मैच में जो पारी खेली है उसने इस हार के गम को काफी हद तक हल्का कर दिया है. ऋचा ने पिछले मैचों की तरह इस मैच को अपने दम पर जीत की तरफ ले जा रही थी, किसी और बल्लेबाज़ से उन्हें थोड़ा साथ मिल गया होता तो पाकिस्तान की तरह यह मैच भी वो इंग्लैंड से छीन सकती थीं. ऋचा ने नाबाद 34 गेंदों में 47 रन बनाये जिसमें चार चौके और दो छक्के शामिल रहे. बता दें कि ऋचा अभी विश्व कप मुकाबलों में अविजित रही हैं. इन तीनों मैचों में उन्होंने 31, 44 और 47 रनों की पारियां खेली हैं. यहाँ पर तेज़ गेंदबाज़ रेणुका ठाकुर का ज़िक्र भी ज़रूरी है, रेणुका ने इस मैच में पहली बार पांच विकेट हासिल करने का कारनामा अंजाम दिया।
मंधाना ने जड़ा पचासा
भारत को जीत के लिए 152 रनों का लक्ष्य मिला था लेकिन भारत की शुरुआत खराब रही,स्मृति मंधाना (52 रन) ने एक सिरे से लगातार स्कोर करती रहीं लेकिन उन्हें कोई सपोर्ट दूसरी तरफ से नहीं मिला। जब स्मृति भी आउट हो गयीं तो भारत की राह मुश्किल हो गयी. भारत को जीतने के लिए आखिरी 5 ओवरों में 60 रन बनाने थे और यहां से ऋचा घोष ने मोर्चा संभाला और दिखाया कि क्यों टीम के कोच ऋषिकेश कानितकर उनकी इतनी तारीफ करते है, क्यों उन्हें टीम का भविष्य कहा जाता है.
सेमीफाइनल के लिए आयरलैंड को हराना होगा
रिचा नंबर पांच पर खेलने उतरीं। उन्होंने पहले मंधाना के साथ तेज़ी से 43 रनों की साझेदारी की लेकिन मंधाना के बाद दीप्ति शर्मा और पूजा वस्त्रकार अपेक्षा पर खरी नहीं उतरीं. इस दौरान ऋचा अकेले दम पर मुकाबले को करीब ले जाने की कोशिश करती रहीं. भारत को अंतिम चार ओवर में 33 रनों की ज़रुरत थी लेकिन ऋचा की कोशिशों के बावजूद 21 रन ही बन सके और भारत को 11 रनों से हार का सामना करना पड़ा. भारत की यह पहली हार है, उसे अभी आयरलैंड के खिलाफ अपना आखरी मैच खेलना है. इंग्लैंड की टीम इस ग्रुप में अपने तीनों मैच जीतकर टॉप पर है और उसका सेमीफाइनल में पहुंचना पक्का हो गया है. सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए भारत को अपना आखरी मैच जीतना ही होगा। आयरलैंड अपने तीनों मैच हारकर मुकाबले से बाहर हो चुकी है.