वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में भारतीय बेटियों का जलवा बरकरार है. कल नीतू घंघास और स्वीटी बूरा की गोल्डन कामयाबियों के बाद अब निखत ज़रीन ने भारत के लिए एक और सोना हासिल कर देश के करोड़ों लोगों का सर गर्व से ऊंचा कर दिया। 50 किलो भारवर्ग के फाइनल में निकहत जरीन ने वियतनाम की गुयेन थी टैम को सीधे मुकाबले में 5-0 से हराया. इसी के साथ निकहत जरीन ने वर्ल्ड चैम्पियनशिप में मैरी कॉम के अलावा दो या दो से ज़्यादा गोल्ड जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला बॉक्सर बनने का गौरव हासिल किया है.
मैरी कॉम के बाद ऐसा करने वाली बनीं दूसरी भारतीय
भारत की बेटी निकहत जरीन ने इस राउंड में कुछ अच्छे वार करते हुए सॉलिड अपर कट लगाए. पहले राउंड में जजेज़ ने एक मत से निकहत ज़रीन के पक्ष में अंक दिए. निकहत जरीन को दूसरे दौर में वियतनामी बॉक्सर से अच्छी टक्कर मिली और गुयेन थी टैम ने 3-2 से राउंड जीता. फाइनल राउंड में दोनों मुक्केबाजों के बीच एक बार फिर नज़दीकी देखने को मिला. तीसरे राउंड में निकहत ज़रीन ने गुयेन थी टैम से दूर रहने का प्रयास किया और आक्रमण से ज़्यादा बेहतर डिफेंस पर ध्यान देकर टैम को पराजित किया.
पिछले साल भी जीता गोल्ड
निकहत जरीन ने वूमेन्स वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में पिछले साल भी गोल्ड मेडल जीता था. एमसी मेरीकॉम इस चैम्पियनशिप में रिकॉर्ड 6 बार गोल्ड मेडल हासिल करने वाली अकेली महिला बॉक्सर हैं. सरिता देवी, जेनी आरएल, लेखा केसी, नीतू घनघस और स्वीटी बूरा भी इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय बॉक्सर हैं. नीतू घनघस ने 48 किलो और स्वीटी बूरा ने 81 किलो भारवर्ग में गोल्ड मैडल हासिल किया था. नीतू ने मंगोलिया की लुतसाईखान अल्तानसेतसेग को और स्वीटी ने चीन की वांग लिना को हराकर जीत हासिल की थी.