- कई और नेता भी छोड़ सकते हैं कांग्रेस का हाथ
नई दिल्ली। संगठन की अंदरूनी कलह से जुझ रही कांग्रेस के लिये वरिष्ठ नेताओं का हाथ छोड़कर जाना भी समस्या बना हुआ है। चर्चा हैं कि अब पार्टी के वरिष्ठ नेता कीर्ति आजाद भी कांग्रेस से आजाद होकर टीएमसी का दामन थामने जा रहे हैं। कीर्ति आजाद के साथ पूर्व सांसद अशोक तंवर और संगठन के कई नेताओं के भी कांग्रेस छोड़ने की चर्चा चल रही हैं।
पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस के लिये मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। खास बात यह कि ये मुश्किलें विपक्ष ने नहीं बल्कि उनके पार्टी के नेता ही बढ़ाते जा रहे हैं। वरिष्ठ नेता किताब बम फोड़ कर तो कभी हिंदुत्व पर बयानबाजी कर कांग्रेस के लिये चुनाव लड़ना मुश्किल बना रहे हैं। वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता संगठन छोड़ कर अन्य राजनीतिक दलों में शामिल होकर कांग्रेस के लिये चुनौती बन रहे हैं।
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इसी कड़ी में अब कांग्रेस के नेता कीर्ति आजाद और अशोक तंवर के आज कांग्रेस का हाथ छोड़कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थामने की चर्चाएं जोरों पर है। सूत्रों के अनुसार दिल्ली दौरे पर आयीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज दोनों नेताआंे को संगठन में शामिल होने की घोषणा कर सकती हैं। वहीं अन्य नेताओं का भी आज कांग्रेस छोड़ने की अटकलें लगायीं जा रही हैं।
गौरतलब है कि पूर्व में भाजपा नेता रहे कीर्ति आजाद पार्टी से निकाले जाने के बाद कांग्रेस में शामिल हुए थे। तीन बार बिहार की दरभंगा सीट से निर्वाचित होकर संसद पहुंचे कीर्ति आजाद ने 2018 में कांग्रेस का दामन थामा था। लेकिन पार्टी की नीतियों से असंतुष्ट कीर्ति आजाद यदा-कदा अपने बागी तेवर दिखाते रहे। अब माना जा रहा है कि वह टीएमसी में शामिल हो रहे हैं।
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वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में शुमार अशोक तंवर की गिनती राहुल गांधी के करीबियों में होती है। कांगेस में टिकट से चुनाव जीत कर संसद तक पहुंचे अशोक तंवर ने वर्ष 2019 में हरियाणा विधानसभा के बाद कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा देकर दुष्यंत चैटाला की जननायक जनता पार्टी को अपना समर्थन दिया था। अशोक तंवर ने फरवरी-21 में भारत मोर्चा नाम से एक पार्टी बनाई थी।
सोमवार से दिल्ली में मौजूद टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी की कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात होनी है। माना जा रहा है कि ममता-सोनिया की मुलाकात में आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हो सकती है। लेकिन बैठक से पूर्व कांग्रेस के नेताओं का टीएमसी में शामिल होना दोनों नेताओं में तल्खी पैदा कर सकता है।