Festive Season: त्योहारी और शादियों के व्यस्त सीजन के साथ नए साल के आगमन पर बाजार गुलजार होने की उम्मीद हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि 31 दिसंबर तक 8.5 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होगा। इस दौरान 60 करोड़ से अधिक ग्राहक खरीदारी करेंगे। अच्छी बात ये है कि इस बार चीन के किसी उत्पाद की बिक्री नहीं होगी। इसी के साथ, ऑनलाइन कारोबार के 90 हजार करोड़ की तुलना में दुकानों का कारोबार 9 गुना अधिक होगा।
रक्षा बंधन से शुरू त्योहारी सीजन
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल के अनुसार, जो ग्राहक पहले चीन के बने सामान को मांगते थे वे अब इसे खरीदने से दूरी बना रहे हैं। रक्षा बंधन से शुरू त्योहारी सीजन में लगभग 3 लाख करोड़ रुपए, उसके बाद शादी के सीजन में 4.25 लाख करोड़ रुपए और अक क्रिसमस के साथ नए साल पर 1.25 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होने की उम्मीद है। व्यापार से देश के खुदरा उद्योग को रफ्तार मिलेगी। इससे बाजार के सेंटीमेंट के साथ अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
खाने और कैटरिंग पर सर्वाधिक 30 प्रतिशत खर्च
कैट के अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि कारोबार में लगभग 8 प्रतिशत हिस्सा सोने-चांदी का, 10 प्रतिशत उपहारों का, छह प्रतिशत सजावटी सामान का, 30 प्रतिशत खाने एवं कैटरिंग का, 10 प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक्स एवं मोबाइल का, 10 प्रतिशत कपड़ों का, 5-5 प्रतिशत फर्नीचर एवं फर्निशिंग और मिठाई का होगा। 6 प्रतिशत इवेंट मैनेजमेंट में और 10 प्रतिशत अन्य सामानों की खरीद पर खर्च होने की उम्मीद है।