लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज एक बड़ा ऐलान करते हुए यूपी और उत्तराखंड छोड़कर अपने भतीजे आकाश आनंद को पूरे भारत की ज़िम्मेदारी सौंप दी है, यानि यूपी और उत्तराखंड को छोड़कर आकाश आनंद के कंधो पर देश के दूसरे राज्यों में पार्टी को मज़बूत करने और आगे बढ़ाने की ज़िम्मेदारी है. पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने इस बात का एलान लखनऊ में आज हुई पार्टी की बैठक में किया।
आकाश आनंद 2016 में विधिवत रूप से बहुजन समाज पार्टी में शामिल हुए थे, तबसे लेकर पार्टी में उनका कद बढ़ता जा रहा है और उन्हें मायावती के जाँनशीन के रूप में देख जा रहा है. आनंद को पहली बड़ी ज़िम्मेदारी 2019 के लोकसभा चुनाव में मिली थी जब उन्हें स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल किया गया था, उन्होंने यूपी समेत कई राज्यों में बसपा उम्मीदवार के लिए सक्रीय रूप से चुनाव प्रचार किया था. फिलहाल आकाश आनंद बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर हैं, लोकसभा चुनाव 2024 से कुछ महीने पहले हुई उनकी पदोन्नति को महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
बता दें कि आकाश आनंद मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं, मायावती ने जब 2019 में आकाश आनंद को पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया था तब उनकी बहुत आलोचना हुई थी क्योंकि मायावती वंशवाद की राजनीति को लेकर समाजवादी पार्टी पर बहुत ज़्यादा मुखर रहती थी. लेकिन मायावती ने इन बातों की परवाह नहीं की और भतीजे को लगातार प्रोत्साहित करती रहीं और अब इतनी बड़ी ज़िम्मेदारी देकर उन्होंने साफ़ संकेत दे दिए कि उनके बाद बसपा की बागडोर किसके हाथों में रहने वाली है. आकाश आनंद अभी युवा हैं, उनकी उम्र सिर्फ 33 बरस की है, 33 बरस की उम्र राजनीति में अपरिपक्व मानी जाती है, देखना है कि बुआ के फैसले को भतीजा कितना सही साबित करता है.