भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट शृंखला का तीसरा मैच 15 जनवरी से है. हैदराबाद टेस्ट चौथे दिन ही समाप्त हो गया जो भारत ने 106 रनों से जीतकर श्रंखला को बराबरी पर ला दिया। अब चूँकि दूसरे और तीसरे टेस्ट के बीच एक लम्बा गैप है इसलिए इंग्लिश टीम ने ये समय भारत में बिताने के बजाय अबुधाबी में गुज़ारना ज़्यादा बेहतर समझा और टीम इंग्लैंड अबुधाबी के लिए रवाना हो गयी. इंग्लैंड की टीम का ये शेड्यूल हालाँकि पहले से तय था लेकिन भारत में रुकने के बजाय अबुधाबी जाने के लिए सोशल मीडिया पर इंग्लैंड की टीम की काफी खिंचाई हो रही है।
नेटिज़ेंस इसके लिए इंग्लैंड की टीम को आड़े हाथों ले रहे हैं, उनका कहना है कि अंग्रेज़ों को भारत आज भी पसंद नहीं है. भारत आज कहाँ से कहाँ से पहुँच गया है। देश में हर तरह की वर्ल्ड क्लास सुविधाएँ मौजूद हैं लेकिन इन्हें भारत में रहना पसंद नहीं है. कुछ लोगों का कहना है कि अंग्रेज़ टीम अबुधाबी में आराम की आड़ में ऐश करने गयी है जो शायद भारत में उन्हें न मिलता। अंग्रेज़ों के व्यवहार से आज भी superiority complex झलकता है। उनके व्यवहार से ये भी झलकता है कि वो भारत दौरे को ज़्यादा गंभीरता से नहीं ले रहे हैं , अगर ले रहे होते तो वो भारत की कंडीशन में श्रंखला में आगे की तैयारी का मौका कभी नहीं छोड़ते।
जानकारी के मुताबिक इंग्लैंड के खिलाडियों ने 15 फरवरी को राजकोट में उतरने से पहले अबू धाबी में गोल्फ और अन्य मनोरंजक गतिविधियों में शामिल होने को प्राथमिकता दी है. अबुधाबी जाने के निर्णय का कप्तान स्टोक्स और मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम ने बचाव करते हुए कहा है कि टीम प्रबंधन का मानना है कि इस ब्रेक से इंग्लैंड के खिलाड़ियों को तरोताजा होने में मदद मिलेगी। ऐसा लगता है कि इस दौरे पर आठ दिन की क्रिकेट में ही इंग्लिश खिलाड़ी ऐसा थक गए कि उन्हें ताज़ा होने के लिए अबुधाबी जाना पड़ा. कहा जा रहा है कि इंग्लिश टीम के लिए वहां एक कंडीशनिंग कैंप लगाया जायेगा। अब ये तो कोई भी बता सकता है कि भारत में खेलने के लिए कंडीशनिंग कैंप कहाँ लगाया जाना चाहिए। बहरहाल ये इंग्लैंड की मर्ज़ी है कि वो अपना ब्रेक कहाँ बिताना चाहते हैं लेकिन लोगों की ज़बान को नहीं रोका जा सकता।