इंडोनेशिया में एकबार फिर कुदरत का कहर बरसा है. भूकंप के तेज़ झटकों से इस देश की धरती कांप उठी, भूकंप के इन झटकों से आयी तबाही में अबतक 44 के मरने की ख़बरें सामने आयी हैं, इसके अलावा घायलों की संख्या सैकड़ों में है. भूकंप का केंद्र पश्चिम जावा के सियानुजर में जमीन के करीब 10 किलोमीटर नीचे बताया जा रहा है. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.6 मैग्नीट्यूड मापी गई है, वैज्ञानिकों ने हालाँकि किसी सुनामी के खतरे से इंकार किया है.
बिल्डिगों में मची भगदड़
जानकारी के मुताबिक जकार्ता में अचानक सबकुछ हिलने डुलने लगा, ऑफिसों में भी काफी लोग थे वहां का फर्नीचार कांपने लगा, बिल्डिंगों में भी कम्पन महसूस हुआ. लोग घबरा उठे, एक अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया, लोग घरों और बिल्डिगों से निकलकर बाहर भागने लगे, एक दुसरे को कुचलने भी लगे, सभी जल्दी में थे , कोई किसी को नहीं देख रहा था. बिल्डिगों के एमरजेंसी एग्जिट भी खोल दिए गए. हर किसी को बाहर निकलने की जल्दी थी.
पिछले कई दिनों में आये कई झटके
इससे एक दिन पहले पश्चिम इंडोनेशिया में शुक्रवार की रात समुद्र के नीचे जोरदार भूकंप आया था, हालाँकि उसमें किसी की जानमाल को खतरा नहीं हुआ था . अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण यूएसजीएस ने बताया कि इसके बाद एक और झटका आया . इंडोनेशिया की मीटियोरोलोजी, क्लाइमेटोलोजी एंड जियोफिजिक्स एजेंसी ने सुनामी का किसी तरह का अलर्ट जारी नहीं किया है.