देहरादून। केदारघाटी में अचानक मौसम खराब हो जाता है। ऐसे में उड़ान भरने से पहले पायलट को मौसम की सही जानकारी नहीं होती है। इसके लिए अब आईएमडी के तकनीकी सहयोग से केदारघाटी में डॉप्लर रडार लगाए जाएंगे। चारधाम यात्रा 2023 के दौरान केदारनाथ हेली सेवा संचालन के लिए मौसम की सटीक जानकारी देने को डॉप्लर रडार लगाने की कवायद चल रही है। केदारघाटी में हेलिकॉप्टर हादसे रोकने के लिए भारतीय नागरिक विमान प्राधिकरण की पहल पर भारतीय मौसम विभाग IMD और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के बीच डॉप्लर रडार लगाने व तकनीकी सहयोग के लिए बातचीत चल रही है।
पिछले साल दुर्घटना में हुई थी 7 श्रद्धालुओं की मौत
बीते साल अक्तूबर में केदार घाटी में मौसम की खराब होने से एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना ग्रस्त हो गया था। जिसमें पायलट समेत सात श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। केदारघाटी में अचानक मौसम खराब हो जाता है। ऐसे में उड़ान भरने से पहले पायलट को मौसम की सही जानकारी नहीं होती है। इसके लिए आईएमडी के तकनीकी सहयोग से केदारघाटी में डॉप्लर रडार लगाने की कवायद चल रही है।
क्रू मेंबर को दी जाएगी मौसम की जानकारी
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण की ओर से केदारघाटी में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। इन कैमरों के माध्यम से मौसम की लाइव जानकारी आपदा कंट्रोल को मिलेगी। जहां पर वायरलैस सिस्टम के माध्यम से पायलट और हेली कंपनियों के क्रू मेंबर को मौसम की जानकारी दी जाएगी।
मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि छोटे डॉप्लर रडार लगने से हेली सेवा संचालित करने के लिए मौसम की सटीक जानकारी हेली कंपनियों को मिलेगी। जिससे मौसम खराब होने पर हेली सेवाओं का संचालन रोका जाएगा। जिससे किसी बड़ी दुर्घटना से बचा जा सकेगा।
सचिव नागरिक उड्डयन दिलीप जावलकर ने बताया कि हेली सेवा संचालन के लिए मौसम की जानकारी देने के लिए यूकाडा की ओर से केदारघाटी में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। जिससे हेली कंपनियों को मौसम की जानकारी मिलेगी। डॉप्लर रडार और तकनीकी जानकारी के लिए आईएमडी के साथ बातचीत चल रही है।
गुप्तकाशी से केदारनाथ तक नौ हेलीपैड पर सीसीटीवी कैमरे
केदारनाथ यात्रा के लिए संचालित होने वाली हेलीकॉप्टर सेवा पर इस बार पैनी नजर रखी जाएगी। गुप्तकाशी से केदारनाथ तक प्रत्येक हेलीपैड के चारों तरफ नौ सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमरों से हेलीपैड से लेकर यात्री वेटिंग रूम, टिकट काउंटर और हेलीकॉप्टर की मॉनीटरिंग की जाएगी। दूसरी ओर सोनप्रयाग से केदारनाथ तक भी 35 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। यात्रा के दौरान टिकट ब्लैकमेलिंग, हेली कंपनी प्रबंधन की ओर से यात्रियों के साथ अभद्रता, टिकट के लिए घंटों से लेकर दिनों की इंतजारी जैसी शिकायतें मिलती रही हैं।