Chandra Grahan 2023: साल का अंतिम चंद्रग्रहण 28 अक्तूबर 2023 को लगेगा। चंद्र ग्रहण शरद पूर्णिमा के दिन लगेगा। चंद्र ग्रहण रात 1.06 मिनट से शुरू होकर 2.22 मिनट पर समाप्त होगा। भारत में चंद्रग्रहण की अवधि 1.16 मिनट की होगी। ऐसा माना जाता है कि पूर्णिमा की रात जब राहु और केतु चंद्रमा को निगलने की कोशिश करते हैं, तब चंद्रमा पर ग्रहण लगता है। चंद्र ग्रहण से कुछ घंटे पहले सूतक काल लगेगा।
ग्रहण के दौरान सावधानी बरतनी चाहिए। इस दौरान भोजन व किसी नुकीली चीजों का उपयोग करने से बचना चाहिए। खासतौर पर गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतनी चाहिए। चंद्र ग्रहण गर्भवती महिलाओं के लिए शुभ नहीं होता है। क्योंकि ग्रहण के दौरान नकारात्मक शक्तियां निकलती हैं। जिसका प्रभाव गर्भस्थ शिशु पर पड़ सकता है। चंद्रग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधाानी रखनी चाहिए।
भोजन न करें
गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से गर्भ में पल रहे बच्चे के जीवन पर बुरा असर पड़ सकता है। माना जाता है कि, ग्रहण समय दुष्प्रभावों से भरा होता है। ऐसे में किसी चीज का सेवन न करें।
नोकदार वस्तुओं का प्रयोग वर्जित
चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को चाकू, सुई और कैंची जैसी नोकदार वस्तुओं का प्रयोग नहीं करना चाहिए। कदार वस्तु के इस्तेमाल से बच्चे को दुष्प्रभाव झेलना पड़ सकता है।
घर से बाहर न जाएं
चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं जाना चाहिए। शास्त्रों के मुताबिक, चंद्र ग्रहण शुरू होने से लेकर समापन तक ग्रहण की रोशनी से बचना चाहिए। इसी के साथ हण देखने की भूल गलती से नहीं करनी चाहिए। इससे गर्भ में पल से बच्चे पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
ग्रहण के दौरान सोना अशुभ है
ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को नहीं सोना चाहिए। माना जाता है इस दौरान सोने से बच्चा मानसिक रूप से मंद पैदा होता है। चंद्र ग्रहण के दौरान भगवान का स्मरण करने के सलाह दी जाती है।
जरूर करें ये काम
ग्रहण काल समाप्त होने के बाद गर्भवती महिलाओं को स्नान करना चाहिए। कहते हैं कि ग्रहण का अशुभ प्रभाव व्यक्ति पर पड़ता है। इसलिए स्नान करने की सलाह दी जाती है। इस दौरान घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए।