IAEA News: अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक राफेल एम ग्रोसी ने भारत में न्यूक्लियर साइंस एवं टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हुई वृद्धि की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि न्यूक्लियर तकनीक क्षेत्र में भारत का योगदान सराहनीय है। कैंसर के उपचार में प्रोटॉन थेरेपी की सफल शुरूआत पर उन्होंने प्रसन्नता जताई है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण प्रयोग को बढ़ावा देने वाली विश्व के सभी परमाणु ऊर्जा से संबन्धित संस्थानों पर निगरानी रखने वाली संस्था आईएईए महानिदेशक ग्रोसी भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के निमंत्रण पर मुंबई के दो दिवसीय दौरे पर हैं।
ग्रोसी हुए भारत के मुरीद
ग्रोसी ने भारत में न्यूक्लियर साइन्स एवं टेक्नालजी क्षेत्र में जानकारी लेने के लिए परमाणु ऊर्जा विभाग के अध्यक्ष व भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर(बीएरआरसी) एवं टाटा मेमोरियल सेंटर (टीएमसी) का दौरा किया। नवी मुंबई में खारघर स्थित टीएमसी में ग्रोसी ने परमाणु ऊर्जा विभाग के वैज्ञानिकों, विशेषज्ञों और वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में काफी ज़िम्मेदारी से कार्य कर रहा है। भारत विश्व पटल पर तेजी से उभर रहा है। भारत के परमाणु ऊर्जा शांतिपूर्ण प्रयासों के द्वारा स्वास्थ्य, कृषि, जलवायु परिवर्तन एवं खाद्यान प्रसंस्करण के क्षेत्र में लोगों के जीवन को बदला जा रहा है। यह सराहनीय है।
परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में काफी क्षमता
राफेल एम ग्रोसी ने कहा, परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में काफी क्षमता है। इससे स्वच्छ, हरित एवं सुरक्षित तरीके से बिजली उत्पादन कर कार्बन का उत्सर्जन कम किया जा सकता है। भारत नेट-ज़ीरो का लक्ष्य प्राप्त करने में सफलता हासिल कर सकता है। इसके अलावा उन्होंने न्यूक्लियर पॉवर कार्पोरेशन लि. (एनपीसीआईएल) के बेहद सुरक्षित तरीके से संचालित सभी परमाणु बिजली घरों के ट्रैक रिकॉर्ड की सराहना की है। परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष एवं परमाणु ऊर्जा विभाग के सचिव डॉ. अजीत कुमार मोहंती, निदेशक (बीएआरसी) और टीएमसी के निदेशक डॉ. राजेन्द्र बडवे ने आईएईए महानिदेशक ग्रोसी का स्वागत किया।
रेडियोथेरेपी और परमाणु चिकित्सा की महत्वपूर्ण भूमिका
डॉ बडवे ने ग्रोसी को कैंसर के उपचार में रेडियोथेरेपी और परमाणु चिकित्सा की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में अवगत कराया। इसी के साथ, टीएमसी को विभिन्न सहयोग के लिए आईएईए को धन्यवाद दिया। राफेल एम ग्रोसी ने टीएमसी में भारत की पहली सार्वजनिक क्षेत्र की प्रोटॉन थेरेपी इकाई की सफल शुरूआत पर खुशी जताई। इससे सालाना लगभग 500 मरीजों को सस्ता उन्नत विकिरण उपचार मिलेगा।