देहरादून के बस स्टैंड परिसर में बस चालक और उसके साथियों ने नाबालिग लड़की से गैंगरेप किया. उसके बाद आरोपी लड़की को बेहोशी की हालत में बस स्टैंड के बाहर गेट पर छोड़कर फरार हो गए. आरोपी लड़की को मुरादाबाद से यह कहकर लाए थे कि वे उसे पंजाब छोड़ देंगे. कहा जा रहा है कि घटना के बाद लड़की की मानसिक हालत खराब हो गई है. कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के बाद पूरे देश में उबाल है, लेकिन ऐसी घटनाएं पूरे देश में लगातार हो रही हैं. उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों में इस तरह की ये दूसरी घटना है.
जानकारी के मुताबिक 12 अगस्त को नाबालिग लड़की आरोपी बस चालक से दिल्ली बस स्टैंड पर मिली थी. वह कह रही थी कि उसे पंजाब जाना है. चालक और कंडक्टर उसे यह कहकर देहरादून ले आए कि वे लड़की को पंजाब छोड़ देंगे. वहां उसके साथ गैंगरेप किया गया. देहरादून बस स्टैंड पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने लड़की को घायल हालत में देखा. उन्होंने इसकी सूचना चाइल्ड हेल्पलाइन को दी. जिसके बाद लड़की को रेस्क्यू कर सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया गया. 13 अगस्त से लगातार लड़की की काउंसलिंग की जा रही थी, जिसमें पता चला कि लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है।
सीडब्ल्यूसी ने शनिवार को पुलिस को इसकी सूचना दी। लड़की का मेडिकल परीक्षण कराया गया। पुलिस ने आईएसबीटी के सभी सीसीटीवी खंगालकर आरोपियों की पहचान की। पुलिस ने वह बस भी बरामद कर ली है, जिसमें लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। उत्तराखंड बाल आयोग की अध्यक्ष गीता खन्ना ने नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया है। उन्होंने कहा है कि कोलकाता, उधमसिंह नगर के बाद देहरादून में सामूहिक दुष्कर्म की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। गिरफ्तार आरोपियों में हरिद्वार निवासी धर्मेंद्र कुमार, देवेंद्र कुमार, राजपाल, देहरादून निवासी राजेश कुमार और यूपी के फर्रुखाबाद निवासी रवि कुमार शामिल हैं।