भारत की बेटियां बेटों से कम नहीं, मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर टेस्ट मैच में पहली बार भारतीय महिला टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत दर्ज की. पहली पारी में 74 रनों की पारी खेलने वाली स्मृति मंधाना ने दूसरी पारी में भी 38 रन नाबाद रखकर टीम को आठ विकेट से जीत दिला दी. टीम इंडिया को जीत के लिए सिर्फ 75 रनों का लक्ष्य मिला था जिसे भारतीय बल्लेबाज़ों ने 19 वें ओवर में पूरा कर लिया। हरमनप्रीत के नेतृत्व में भारत की बेटियों ने वो कर डाला जो 46 वर्षों से नहीं हुआ था. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्हें पहली बार क्रिकेट के लम्बे फॉर्मेट में कामयाबी मिली।
स्नेह राणा ने चटकाए चार विकेट
दूसरी पारी में 187 रनों से पिछड़ते हुए मेहमान टीम एकबार फिर ज़्यादा स्कोर नहीं कर सकी और 261 रनों पर पूरी टीम सिमट गयी. पहली पारी में जहाँ पूजा वस्त्राकार ने चार विकेट चटकाकर ऑस्ट्रेलिया की कमर तोड़ी थी वहीँ दूसरी पारी में वो काम स्नेह राणा ने किया। स्नेह राणा ने टॉप और मिडिल आर्डर में तीन और लोअर आर्डर में एक विकेट चटकाकर ऑस्ट्रेलिया को मैच में वापस नहीं आने दिया. वहीँ हरमनप्रीत ने खतरनाक दिख रही तालिया मैक्ग्रा को आउट कर बड़ा झटका दिया, तालिया मैक्ग्रा ने संघर्षपूर्ण पारी खेलते हुए 177 गेंदों में 73 रन बनाये। एलिस पेरी ने 45 और कप्तान अलिसा हीली ने 32 रनों की पारी खेली. ऑस्ट्रेलिया का संघर्ष पांच विकेट तक चला. पांचवें विकेट के रूप में अलिसा हीली के आउट होने के बाद बाकी बल्लेबाज़ों ने सिर्फ आने और जाने में यकीन रखा.
46 साल बाद ऑस्ट्रलिया को पहली बार पटका
मुंबई में खेले गए एकमात्र महिला टेस्ट में गुरुवार को टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी 219 रन बनाये। भारत ने जवाब में 406 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया जिसमें जेमिमाह रॉड्रिग्स 73 और स्मृति मांधना 74 ने मुख्य योगदान दिया। भारत और ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेट टीमों के बीच 1977 से टेस्ट क्रिकेट खेलने का सिलसिला जारी है. दोनों देशों के बीच अब तक 12 टेस्ट मैच खेले गए जिसमें भारत को अब जाकर पहली जीत नसीब हुई है. इससे पहले खेले 11 टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया चार मैचों में कामयाबी मिली जबकि 6 टेस्ट ड्रॉ रहे थे.