17 जून, 2024: नई दिल्ली, भारत- लम्बे घने, और मजबूत बालों के लिए विख्यात ब्राण्ड डाबर आंवला ने फादर्स डे कैंपेन का लॉन्च किया और पिता के प्रति स्नेह और उनकी क्षमता को सेलेब्रेट किया। आज की टेक-इनेबल्ड दुनिया में परिवारों के भीतर आ रहे बदलावों पर रोशनी डालना इस कैंपेन का मुख्य उद्देश्य है।
टेक्नोलॉजी के विकसित होने के साथ आज के दौर में पिता रिटायर होने के बाद अक्सर अपने आप को खाली महसूस करते हैं। एक समय था जब वे रिटायर होने के बाद अपने बच्चों और परिवार के लिए रोज़मर्रा के काम किया करते थे। लेकिन आज टेक्नोलॉजी के चलते न सिर्फ इन कामों की ज़रूरत खत्म हो गई है बल्कि बच्चों के जीवन में पिता की भूमिका पर भी असर पड़ा है। आज पहले की तरह परिवार में पिता को अपने बच्चों के साथ वक़्त बिताने का मौका नहीं मिलता। इस कैंपेन के माध्यम से डाबर आंवला परिवारों के बीच मजबूत रिश्ते बनाने और एक दूसरे के साथ समय बिताने के महत्व पर रोशनी डालता है।
‘‘डाबर आंवला पर लोगों के भरोसे के साथ, हम पिता और बच्चों के बीच के अटूट रिश्ते को सेलेब्रेट करना चाहते हैं।’’ श्री अंकुर कुमार, हेयर केयर हैड, मार्केटिंग, डाबर इंडिया लिमिटेड ने कहा। ‘‘यह कैंपेन दृढ़ विश्वास से भरपूर पिता का समर्थन करता है और परिवार में एकजुटता एवं सराहना के महत्व को उजागर करता है। दर्शकों को संदेश देता है कि अपने परिवार के साथ ऑफलाईन कुछ अच्छा समय ज़रूर बिताएं।’’
बालों को मजबूती देने वाला ब्राण्ड डाबर आंवला परिवार में पिता की भावनात्मक चुनौतियों पर रोशनी डाल रहा है, जो आज की टेक-इनेबल्ड दुनिया में अपने आप को अकेला महसूस करते हैं। बालों की मजबूती के साथ अब ब्राण्ड परिवार के बीच के अटूट रिश्तो को भी मजबूत बनाने के लिए तैयार है।
कई पुरस्कार जीतने वाले फिल्म प्रोडक्शन हाउस एसजी मोशन पिक्चर्स के डायरेक्टर गौरव भारद्वाज ने कहा, ‘‘टेक्नोलॉजी के विकास के साथ परिवार के रिश्तों और हमारे इंटरैक्शन के तरीकों में बदलाव आना चिंता का विषय है। हमें खुशी है कि फादर्स डे कैंपेन के लिए हमें डाबर आंवला के साथ जुड़ने का मौका मिला है जो हमारे परिवार में पिता की अमूल्य भूमिका को रोशनी में लाता है।’’
दिल को छू जाने वाले इस कैंपेन के माध्यम से डाबर आंवला परिवारों को एक दूसरे के साथ जुड़ने और अपने पिता को सहयोग प्रदान करने के लिए प्रेरित करता है। ब्राण्ड बालों के साथ परिवार की जड़ों को भी मजबूत बनाने पर ज़ोर देता है, जो समुदाय के विकास के लिए बेहद ज़रूरी है।