पूर्व यूपीसीसी अध्यक्ष रह चुके कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम काफी दिनों से कांग्रेस पार्टी और आला कमान के खिलाफ मोर्चा खोले हु थे, न सिर्फ मोर्चा खोले हुए थे बल्कि लगातार भाजपा के गुणगान भी करते फिर रहे थे। आचार्य प्रमोद कृष्णम की इन गतिविधियों को देखकर पार्टी से अलग भी लोग यही सोच रहे थे कि उनके खिलाफ कांग्रेस पार्टी कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों नहीं करती। अब शनिवार को कांग्रेस पार्टी ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष को 6 साल के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि अनुशासनहीनता और पार्टी के खिलाफ बार-बार सार्वजनिक बयानों की शिकायतों को देखते हुए प्रमोद कृष्णम को तत्काल छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने की उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। कांग्रेस पार्टी ने ये कार्रवाई आचार्य प्रमोद कृष्णम द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के कुछ दिन बाद की है. आचार्य कृष्णम ने 19 फरवरी को प्रदेश के संभल जिले में श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह में पीएम मोदी को आमंत्रित किया था। आचार्य प्रमोद कृष्णम के मुताबिक प्रधानमंत्री ने उनका निमंत्रण स्वीकार भी कर लिया है.
प्रधानमंत्री ने आचार्य कृष्णम के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि आस्था और भक्ति से जुड़े इस पवित्र अवसर का हिस्सा बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अयोध्या में राम मंदिर समारोह में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के शामिल न होने की सार्वजानिक रूप से आलोचना की थी. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस के इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा था कि कोई ईसाई या पुजारी या मुसलमान भी भगवान राम के निमंत्रण को अस्वीकार नहीं कर सकता।