चीन ने अधिक सक्रिय राजकोषीय नीति लागू करने का निर्णय लिया है और कहा है कि वह अगले वर्ष अपनी मौद्रिक नीति में मामूली ढील देगा. 2011 के बाद यह पहली बार चीन के रुख में बड़ा बदलाव है. देखने वाली बात ये होगी कि इसका भारतीय बाजार पर क्या असर होगा।
9 दिसंबर को सिन्हुआ समाचार एजेंसी के हवाले से छपी रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नेतृत्व में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के सबसे वरिष्ठ अधिकारियों वाले पोलित ब्यूरो ने यह घोषणा की। पोलित ब्यूरो के निर्णय से संकेत मिलता है कि चीन भविष्य में और अधिक ढील देगा, और यह एक ऐसा निर्णय है जिसका वैश्विक निवेशकों द्वारा स्वागत किया जाएगा।
सीएसआई 300 सूचकांक दिन के अंत में 0.17% की मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। अमेरिका में चीनी निर्यात पर अतिरिक्त टैरिफ की हालिया धमकियों के मद्देनजर, इस कदम को अगले महीने व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रम्प की वापसी की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है।