नई दिल्ली। अमेरिका के टॉप कमांडर ने कहा है कि भारत और अमेरिका की सुरक्षा चुनौतियां एक जैसी हैं और दोनों देशों को चीन से खतरा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका की जो बाइडन सरकार ना सिर्फ भारत की रक्षा क्षेत्र में सहयोग कर रही है बल्कि भारत में उसके खुद के उद्योग क्षेत्र को भी विकसित करने में मदद कर रही है। चीन कभी भी दोनों देशों पर आर्थिक साइबर अटैक कर सकता है। उन्होंने कहा कि चीन भारत के नजदीक होने के कारण वहां के बाजार में अपना माल तेजी से झोंक रहा है। हालांकि भारत सरकार इस पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश में है। लेकिन वहां के व्यापारियों के कारण ये संभव नहीं हो पा रहा है।
भारत अमेरिका की चुनौती समान
यूएस इंडो पैसिफिक कमांड के कमांडर एडमिरल जॉन क्रिस्टोफर एक्विलिनो ने कहा कि ‘हम भारत के साथ अपनी साझेदारी की अहमियत समझते हैं और समय के साथ बहुत कुछ किया जा रहा है। हम एक जैसी आर्थिक सुरक्षा और सामरिक सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। हम साथ में काम करने की इच्छा भी रखते हैं चूंकि हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं। हमारे मूल्य भी समान हैं और हमारे लोगों के लोगों से संबंध कई सालों से हैं। मैं अपने समकक्ष जनरल चौहान से भी रायसीना डायलॉग के दौरान मिला था और बीते दो साल में मैं पांच बार भारत जा चुका हूं।’
भारतीय मूल के सांसद रो खन्ना ने किया सवाल
बता दें कि यूएस इंडो पैसिफिक कमांडर आर्म्ड सर्विस कमेटी के सदस्यों के हिंद प्रशांत की सुरक्षा सवालों के जवाब दे रहे थे। इस दौरान भारतीय मूल के सांसद रो खन्ना ने एडमिरल से सवाल किया था, जिसके जवाब में कमांडर एक्विलिनो ने उक्त जवाब दिया। रो खन्ना ने पूछा था कि औपनिवेशिक काल के बाद भारत और चीन के रिश्ते अच्छे थे और दोनों देश एशिया की आवाज बनकर उभर रहे थे लेकिन उसके बाद रिश्ते खराब हो गए और अब चीन एशिया के अपने अन्य सहयोगी देशों के साथ जूनियर की तरह व्यवहार कर रहा है।
क्वाड को लेकर बोले अमेरिकी कमांडर?
एडमिरल एक्विलिनो ने क्वाड का भी जिक्र किया लेकिन ये भी कहा कि क्वाड कोई सुरक्षा संगठन नहीं है और यह एक कूटनीतिक और आर्थिक संगठन है। उन्होंने कहा कि भारत, अमेरिका का अहम सहयोगी है और दोनों देश अक्सर संयुक्त रूप से युद्धाभ्यास भी करते रहते हैं, जिनमें मालाबार युद्धाभ्यास शामिल है। अमेरिका भारत को सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग कर रहा है और भारत में रक्षा उत्पादन में भी सहयोग कर रहा है। C-130 हेलीकॉप्टर के अहम कंपोनेंट भारत में बन रहे हैं।