आखिरकार बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने सांसद दानिश अली को पार्टी से सस्पेंड ही कर दिया। बसपा ने उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। अमरोहा से लाेकसभा सांसद दानिश अली को कांग्रेस पार्टी के संपर्क में बताया जा रहा है.
बसपा ने एक पत्र जारी कर बताया कि दानिश अली को कई बार ज़बानी तौर पर वार्निंग दी जा चुकी थी कि वो पार्टी की नीतियों, विचारधारा के खिलाफ बयानबाज़ी कर अनुशासनहीनता न करें। लेकिन दानिश अली लगातार पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं. पत्र में दानिश अली को याद दिलाया गया कि उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस प्रमुख देवेगौड़ा के कहने पर अमरोहा से बसपा का उम्मीदवार बनाया गया था. तब उन्होंने ये आश्वासन दिया था कि वो बसपा की नीतियों और निर्देशों का पालन करेंगे लेकिन दानिश अली वो सारे आश्वासन भूल गए और पिछले कुछ महीनों से पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल हो गए इसलिए उन्हें बसपा की सदस्यता से तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।
बता दें कि दानिश अली और बसपा के दरमियान दूरियां तब बढ़ीं जब भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने सदन में उनके खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। इसपर संसद में काफी हंगामा हुआ था और विधूड़ी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उनकी संसद सदस्यता रद्द करने की मांग की गयी थी , उस समय बसपा ने दानिश अली का उस तरह से समर्थन नहीं किया था जैसा कि उसे अपने सांसद के लिए करना चाहिए था, वहीँ कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने दानिश अली के घर जाकर उन्हें संतावना दी थी और उनकी लड़ाई में शामिल होने की बात कही थी. तब से दानिश अली की कांग्रेस से नज़दीकियां बढ़ी हैं जो बसपा सुप्रीमो को बिलकुल भी गवारा नहीं है, इसलिए काफी दिनों से दानिश अली के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होने की उम्मीद लगाईं जा रही थी जो आज हो गयी.