नई दिल्ली। 2020-21 कोविड-19 महामारी की चपेट में रियल एस्टेट कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया था। आज मौजूदा दौर में चीजे काफी बदल गई है। आवासीय ब्रोकरेज फर्म PropTiger.com की रिपोर्ट यह बताने के लिए काफी है कि रियल एस्टेट सेक्टर में फिर से बूम आने की शुरूआत हो चुकी है। मौजूदा कैलेंडर साल के पहले तीन महीनों के आंकड़ों के घरों की बिक्री में 22 फीसदी और घरों की सप्लाई में 86 फीसदी का इजाफा देखने को मिल चुका है।
देख लें यह आंकड़ें
आंकड़ों पर नजर डाले तो जनवरी से मार्च तक आठ शहरों में घरों की ब्रिकी बढ़कर 85,850 यूनिट हो गई। जो एक साल पहले 70,630 यूनिट की तुलना में काफी बेहतर है। एक तिमाही में सबसे अधिक 79,530 यूनिट से नए लॉन्च 86 फीसदी बढ़कर 1,47,780 यूनिट हो गए। रिपोर्ट में कहा गया है कि नए लॉन्च में उछाल रियल एस्टेट डेवलपर्स के बाजार में विश्वास और बढ़ती मांग को पूरा करने की उनकी क्षमता को साफ बता रहा है।
3 दिन में बिक गए सभी 1137 मकान
रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है कि दिल्ली-एनसीआर में, मार्च तिमाही में आवास की बिक्री 24 फीसदी घटकर 3,800 यूनिट रह गई है। जो एक साल पहले 5,010 यूनिट थी। बेंगलुरु में 7,680 यूनिट से 3 फीसदी की गिरावट के साथ 7,440 यूनिट देखने को मिली। इसी तरह, कोलकाता में घरों की बिक्री में 22 फीसदी की गिरावट आई और 2,230 यूनिट दरह गई हैं। जो पिछले वर्ष के इसी महीने में 2,860 यूनिट थी।
महिलाओं को सोना नहीं यहां निवेश पसंद
InvestoXpert.com के एमडी ने बताया कि ग्लोबल लेवल पर महामारी के कारण हुई अशांति का सामना करने के बाद भारतीय रियल एस्टेट बाजार ने आखिरकार ऊपर की ओर देखना शुरू कर दिया है। रहेजा ने कहा कि अनुकूल पॉलिसीज और सॉलिड इंफ्रा डेवलपमेंट ने निश्चित रूप से इस सेक्टर को सपोर्ट किया है जो मार्केट में बढ़ती मांग की ओर इशारा कर रहा है। मौजूदा समय में जिस तरह के हालात हैं रियल एस्टेट में निवेश कर आइडियल समय कह सकते हैं।
रियल एस्टेट में निवेश एक लांग टर्म इंवेस्टमेंट है। महिलाएं इस समय रियल एस्टेट में अधिक निवेश कर रही हैं। महिलाएं लंबे समय में हाई रिटर्न के कारण रियल एस्टेट इंवेस्टमेंट को रॉक-सॉलिड मानती हैं। रहेजा कहते हैं कि हम घर भले ही इनकम के तौर पर किराए पर देने के लिए खरीदते हों। लेकिन खरीदते जरूर हैं। इसलिए, रियल एस्टेट को हमेशा बेस्ट असेट क्लास भी कहा जाता है। आजकल महिलाओं में रियल स्टेट में इंवेस्टमेंट का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है।