गुजरात के वडोदरा के हरणी स्थित मोटनाथ झील में आज दोपहर स्कूली बच्चों और टीचरों को ले जा रही नाव पलटने से 13 स्टूडेंट्स और 2 टीचरों की मौत हो गई. ये सभी लोग वडोदरा न्यू सनराइज स्कूल के थे और मोटनाथ झील के भ्रमण पर थे। बताया जा रहा है कि नाव में निर्धारित क्षमता से अधिक लोग सवार थे जिसकी वजह से ये हादसा हो गया। वहीँ नाव में सुरक्षा उपकरणों का अभाव भी बताया जा रहा है.
हादसे के बाद चीख-पुकार मच गयी और फायर ब्रिगेड से तुरंत सतर्क किया गया, गोताखोरों को जीवित बचे लोगों को पानी से निकालने के लिए सख्त परिश्रम करना पड़ा. 23 छात्रों और 4 टीचरों को बचा लिया गया. बाद में शाम तक इस बात की पुष्टि हो गई कि इस हादसे में 15 लोगों की जान चली गई।
प्रधानमंत्री मोदी ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों के लिए अनुग्रह राशि की घोषणा की। पीएमओ ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर वडोदरा की हरनी झील में एक नाव पलटने से हुई जानमाल की हानि होने से व्यवथित होने और दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों को संवेदनाएं प्रकट की हैं। प्रधानमंत्री ने इस सन्देश में कहा कि में घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। प्रत्येक मृतक के निकटतम परिजन को प्रधानमंत्री रिलीफ फण्ड से 2 लाख और घायलों को 50,000 रुपये रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने भी ट्वीट किया कि वडोदरा की हरनी झील में नाव पलटने से बच्चों के डूबने से उन्हें बहुत दुख हुआ। उन्होंने जान गंवाने वाले मासूम बच्चों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है.