समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को दावा किया कि भाजपा के आंतरिक सर्वेक्षण से पता चलता है कि पार्टी 20 नवंबर को होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में सभी नौ सीटें हार रही है। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा ने अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर चुनाव टालने की साजिश रची, क्योंकि पार्टी के आंतरिक सर्वेक्षण से पता चला कि वह अपनी जमीन खो रही है।
रविवार को कटेहरी विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि पहले चुनाव 13 नवंबर को होने थे, जो त्योहारों के समय से मेल खाता है, जब कई लोग घर लौटते हैं। उन्होंने दावा किया कि छुट्टियों में आए मतदाता भाजपा के खिलाफ मतदान करने के लिए दृढ़ थे और पार्टी को अपनी हार का एहसास हो गया। उन्होंने आरोप लगाया कि इसके परिणामस्वरूप भाजपा ने चुनाव 20 नवंबर तक टाल दिए। सपा अध्यक्ष ने प्रयागराज के छात्रों की नौकरी और रोजगार के अवसरों के लिए उनके अथक विरोध के लिए प्रशंसा की, जिसने योगी सरकार को पीछे हटने और उनकी मांगों को स्वीकार करने के लिए मजबूर किया।
उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव का नारा देने वाले अब रिकॉर्ड परीक्षा कराने का वादा करने के बावजूद एक भी परीक्षा नहीं करा पा रहे हैं। अखिलेश यादव ने झांसी में बच्चों की मौत पर भी दुख जताया और आज के समय में ऐसी घटनाओं को दुखद बताया। सीएम योगी पर कटाक्ष करते हुए अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री पहले से ही डरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही सीएम योगी भ्रमित और हताश नजर आ रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ के ‘बटोगे तो कटोगे’ के नारे पर अखिलेश यादव ने कहा कि यह अंग्रेजों की भाषा है, जिन्हें बांटकर राज करने की आदत थी। उन्होंने दावा किया कि अब मुख्यमंत्री योगी उन्हीं के नक्शे कदम पर चल रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि उन्हें मुखयमंत्री से सकारात्मक विचारों का इंतजार है। हमारे संत चुप रहते हैं, लेकिन यहां सब उल्टा है।