अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने दो तिहाई बहुमत हासिल कर लिया है। इस पहाड़ी राज्य में कुल 60 सीटें हैं। भगवा पार्टी ने अरुणाचल प्रदेश की 60 विधानसभा सीटों में से 46, अन्य ने 8, एनपीपी ने 5 और कांग्रेस ने 1 सीट जीती है। खास बात यह है कि राज्य की 60 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा पहले ही 10 सीटें निर्विरोध जीत चुकी थी।
दूसरी ओर सिक्किम में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने सत्ता में वापसी की है। एसकेएम ने कुल 32 विधानसभा सीटों में से 31 सीटें जीतकर क्लीन स्वीप किया है। एसडीएफ को एक सीट पर सफलता मिली है। वहीं, भाजपा और कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई हैं। एसकेएम के लिए इस जीत का मतलब होगा कि सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए तैयार हैं।
सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के अध्यक्ष पीएस गोले उर्फ प्रेम सिंह तमांग ने 2019 में 17 सीटें जीतकर राज्य में 24 साल से अधिक समय बाद चामलिंग सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया था। इस बार वे 32 में से 31 सीटें जीत गए हैं। चामलिंग के नेतृत्व वाली एसडीएफ के संस्थापक सदस्य प्रेम सिंह तमांग ने पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत कर 2013 में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा का गठन किया था। उन्होंने एसडीएफ पर भ्रष्टाचार और कुशासन का आरोप लगाया था। गठन के अगले ही साल यानी 2014 के विधानसभा चुनाव में एसकेएम ने 10 सीटें जीती थीं।