पिछले लोकसभा चुनाव में राम की नगरी अयोध्या ज़िले की फैज़ाबाद लोकसभा सीट हारने के बाद मिल्कीपुर विधानसभा सीट को VIP सीट का दर्जा हासिल हो गया. फैज़ाबाद संसदीय सीट से समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद जो पहले मिल्कीपुर विधानसभा सीट से विधायक थे, भाजपा के लल्लू सिंह को हराकर समाजवादी पार्टी के पोस्टर बॉय बन चुके हैं. उनके सांसद बनने के बाद मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव होना था लेकिन उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर हुए उपचुनाव के साथ मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर चुनाव नहीं हुआ था जिस पर काफी राजनीतिक बयानबाज़ी भी हुई. मगर अब मिल्कीपुर में 5 फरवरी को उपचुनाव होने हैं और VIP बन चुकी इस सीट को बरक़रार रखने और उसे हासिल करने की जंग भाजपा और सपा में छिड़ी हुई है. समाजवादी पार्टी ने जहाँ अवधेश प्रसाद के पुत्र अजीत को अपना प्रत्याशी घोषित किया था वहीँ भाजपा ने भी अब अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. भाजपा ने चंद्रभानु पासवान को इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है।
मिल्कीपुर में अब चंद्रभानु का सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अजीत प्रसाद से होगा। अजीत सपा सांसद और पोस्टर बॉय अवधेश प्रसाद के बेटे हैं वहीँ चंद्रभानु की पत्नी रुदौली से जिला पंचायत सदस्य हैं। उनके पिता भी स्थानीय स्तर पर राजनीति में सक्रिय हैं। वर्तमान में चंद्रभानु भाजपा जिला कार्यकारिणी के सदस्य के साथ-साथ जिला पंचायत के प्रतिनिधि भी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मिल्कीपुर में सक्रिय होने के बाद से चंद्रभानु इलाके में सक्रिय हैं। युवा चेहरा होने के कारण पार्टी ने चंद्रभानु को मौका दिया है।
चन्द्रभानु से पहले मिल्कीपुर सीट से बाबा गोरखनाथ रेस में सबसे आगे बताये जा रहे थे लेकिन पार्टी ने उनकी जगह चन्द्रभानु को प्रत्याशी बनाया है। बाबा गोरखनाथ इस सीट से विधायक भी रह चुके हैं। 2022 में गोरखनाथ यहां से महज 13 हजार वोटों से चुनाव हार गए थे। गोरखनाथ की याचिका के कारण मिल्कीपुर सीट पर पिछले उपचुनावों के साथ चुनाव नहीं हो पाया था.