पटना में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों को “प्रताड़ित” करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता और वायनाड सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को बिहार में भाजपा के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार की आलोचना की। बता दें कि रविवार को, विरोध प्रदर्शन तब अराजक हो गया जब पटना पुलिस ने 13 दिसंबर को आयोजित 70वीं BPSC combined preliminary examination में अनियमितताओं के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हजारों उम्मीदवारों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया।
प्रियंका गांधी ने कल की घटना पर अपने एक्स अकाउंट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिहार में तीन दिनों में दूसरी बार छात्रों को प्रताड़ित किया गया। परीक्षाओं में भ्रष्टाचार, धांधली और पेपर लीक को रोकना सरकार का काम है। लेकिन भ्रष्टाचार को रोकने के बजाय छात्रों को अपनी आवाज उठाने से रोका जा रहा है। कांग्रेस नेत्री ने कहा आगे कहा कि कड़ाके की ठंड में अभ्यर्थियों पर वाटर कैनन और लाठीचार्ज का इस्तेमाल अमानवीय कृत्य है।
जब विरोध प्रदर्शन तेज हुआ, तो पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पहले पानी की बौछारें कीं। छात्रों का कहना है कि उनके खिलाफ पुलिस ने शारीरिक बल का इस्तेमाल किया और उन्हें जबरन सड़कों से घसीटा। महिला अभ्यर्थियों ने भी टकराव के दौरान दुर्व्यवहार की सूचना दी।
इन विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर, बिहार लोक सेवा आयोग ने लगभग 12,000 उम्मीदवारों के लिए 70वीं एकीकृत संयुक्त प्रतियोगी (प्रारंभिक) परीक्षा (सीसीई) की फिर से परीक्षा की घोषणा की। 4 जनवरी, 2024 को निर्धारित पुन: परीक्षा में विशेष रूप से वे उम्मीदवार शामिल होंगे जो 13 दिसंबर को पटना के बापू परिसर परीक्षा केंद्र में उपस्थित हुए थे।