लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में आज बड़ा राजनीतिक फेरबदल हुआ है. भाजपा का दुष्यंत चौटाला वाली JJP से गठबंधन टूट गया, उसके बाद मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर का इस्तीफ़ा हो गया और शाम पांच बजे भाजपा सांसद नायब सिंह सैनी नए मुख्यमंत्री की शपथ लेने जा रहे हैं. आज सुबह से ही इस बात की अटकलें थीं कि भाजपा और जननायक जनता पार्टी का गठबंधन टूट जायेगा और खट्टर सरकार गिर जाएगी लेकिन किसी को नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री बनने की जानकारी नहीं थी. सभी का अंदाज़ा था कि अनिल विज अगले मुख्यमंत्री बन सकते हैं.
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 41और जजपा के 10 विधायक हैं। गठबंधन को सात निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त था। वहीँ कांग्रेस पार्टी के पास 30 विधायक हैं और INLD और HLP के पास एक-एक सीट है। जजपा के अलग होने से अब भाजपा के खेमे में सिंपल मेजोरिटी बची है. खट्टर के इस्तीफे के बाद चंडीगढ़ में भाजपा विधायक दल की बैठक हुई जिसमें सैनी को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि शाम पांच बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। विधायक दल की बैठक में सेंट्रल आब्जर्वर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, तरुण चुघ और बिप्लब देब भी मौजूद थे। बता दें कि कुरुक्षेत्र से सांसद नायब सिंह सैनी को पिछले साल प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
जजपा से गठबंधन टूटने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को सुबह अपना इस्तीफा सौंपा। लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे पर दोनों दलों में मतभेद था. दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को भाजपा अध्यक्ष नड्डा के साथ सीटों के बंटवारे पर बातचीत की थी। वहीँ भाजपा की हरियाणा इकाई जजपा के साथ गठबंधन के विरोध में थी। बताया जा रहा है कि जजपा में भी फूट पड़ गयी है और दुष्यंत चौटाला द्वारा बुलाई गए विधायकों की बैठक में चार से पांच विधायक नहीं पहुंचे। वहीँ कहा जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को करनाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार घोषित कर सकती है.