निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तारीखों का एलान करने के बाद अधिकारीयों के जो तबादले किये उनमें सबसे प्रमुख तबादला पश्चिम बंगाल के DGP के रूप में विवेक सहाय का है, वेस्ट बंगाल चूँकि चुनाव की दृष्टि से काफी सेंसिटिव स्टेट है और अभी ताज़ा हिंसक घटनाओं ने वहां की पुलिस व्यवस्था पर सवाल भी उठाये हैं ऐसे में बंगाल के पुराने DGP राजीव कुमार को हटाकर नए पुलिस महानिदेशक की तैनाती पर कोई हैरानी किसी को नहीं हुई लेकिन एक संयोग ऐसा सामने आया है जिसे लेकर लोग इस तैनाती को दूसरी नज़र से देखने लगे हैं। संयोग ये है कि विवेक सहाय के छोटे भाई विकास सहाय मोदी जी के प्रदेश गुजरात में इसी पद पर विराजमान हैं और पिछले एक साल से.
यही वजह है कि वेस्ट बंगाल में DGP पद पर विवेक सहाय की तैनाती को राजनीतिक नज़र से देखा जा रहा है और कहा जा रहा है कि सहाय भाइयों का मोदी जी से या भाजपा से एक लगाव का रिश्ता है. बता दें कि विवेक और विकास के अलावा एक और भाई विक्रम सहाय आईआरएस अफसर हैं. तो इस तरह कहा जा सकता है कि सहाय फैमिली एक हाई प्रोफाइल फॅमिली है जिसे इम्पोर्टेन्ट जगहों पर तैनाती मिली हुई है. चूँकि चुनावी मौसम है इसलिए इसे चुनावी चश्मे से देखा जा रहा है.
सहाय फैमिली का ताल्लुक बिहार से है. वेस्ट बंगाल में चुनावी तैनाती पर गए विवेक सहाय 1988 बैच के पश्चिम बंगाल कैडर के IPS अधिकारी हैं। कहा जा रहा कि निर्वाचन आयोग ने वरिष्ठता के आधार पर उनकी वेस्ट बंगाल तैनाती की है.