- पहले वाले दशरथ मांझी ने पहाड़ काटकट सड़क बना दी थी
- नए दशरथ मांझी ने पहाड़ी को समतल कर 3 किमी नहर बना दी
दशरथ मांझी याद है न आपको. बिजनेस बाइट्स ने आपको बताया था कि कैसे लंबे और कड़े संघर्ष के बाद पत्थर को काटकर दशरथ मांझी जिन्हें लोग माउंटेन मैन नाम से जानते हैं. अब एक नये दशरथ मांझी के बारे में भी आपको जानना चाहिए. यह दशरथ मांझी भी बिहार से हैं. गया से 80 किमी दूर कोठिलवा गांव के रहने वाले 70 वर्षीय लौंगी भुइयां ने कमाल कर दिया है. उन्होंने 30 साल तक कड़ी मेहनत करके पहाड़ी रास्ते को समतल कर दिया और तीन किलोमीटर लंबी नहर बना दी.
3 गांव के 3 हजार लोगों को मिल रहा पानी
इस नहर से 3 गांव के 3000 हजार लोगों को फायदा मिल रहा है.अब इस नहर से लोगों को सिंचाई करने में ज्यादा समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा. खेतों को भरपूर पानी मिल सकेगा.लौंगी भुइयां ने नहर खोदने का काम अकेले किया है. उनका कहना है कि गांव के एक तालाब तक पानी ले जाने वाली इस नहर को खोदने में 30 साल लग गए.
इस वजह से खोदा पहाड़
दरअसल, बारिश के मौसम में पहाड़ों से गिरने वाला पानी नदी में बह जाता था. यह बात भुइयां को परेशान करती थी. उन्हें लगता था कि यह पानी अगर खेतों में आ सके तो इससे गांववालों की कितनी मदद होगी. इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने नहर खोदने का काम शुरू किया था.सोशल मीडिया पर लोग लौंगी भुइयां की खूब तारीफ कर रहे हैं. वहीं कई लोगों ने इनको दूसरा दशरथ मांझी बताया है.