भाजपा के साथ इसबार बहुत कुछ अप्रत्याशित हो रहा है. कुछ लोग टिकट न मिलने से निराश होकर राजनीती से सन्यास ले रहे हैं तो कुछ मौजूदा सांसदों ने स्वयं ही चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है तो कुछ लोगों को टिकट मिल गया, इसके बाद उन्होंने टिकट वापस कर दिया। इन सबने इसके लिए अलग अलग वजह बताई है, इस कड़ी में नया नाम उपेंद्र रावत का है, जिन्हें बाराबंकी से दोबारा टिकट मिला था मगर आज उन्होंने टिकट वापस कर दिया है।
उनके टिकट वापस करने की वजह एक वीडियो बताया जा रहा है जिसमें वो एक महिला के साथ कुछ आपत्तिजनक हालत में हैं. इस वीडियो के वायरल होने के बाद बाराबंकी से सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने अपने एक्स हैंडल पर एक वीडियो जारी कर वायरल वीडियो को फेक बताया है. उन्होंने कहा कि ये उनका डीप फेक वीडियो है जिसे AI तकनीक से बनाया गया है। इस वीडियो में कोई और व्यक्ति है जिसके चेहरे पर उनका चेहरा लगाया गया है। उन्होंने कहा कि इसकी FIR दर्ज करा दी गयी है और जांच जारी है।
उपेंद्र रावत ने इसके साथ है चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है. उनका कहना है कि जबतक वो इस मामले में निर्दोष साबित नहीं होते तब तक सार्वजनिक जीवन में कोई भी चुनाव वो नहीं लड़ेंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष से इस मामले की जांच करवाने की मांग की है. इससे पहले भोजपुरी फिल्म स्टार पवन सिंह ने भी टिकट मिलने के बाद भाजपा से क्षमा मांग ली. गुजरात सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे नितिन पटेल ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया वहीँ सांसद गौतम गंभीर और जयंत सिन्हा ने चुनावी राजनीति से दूरी बना ली और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन सिंह राजनीती से सन्यास लेकर अपनी क्लिनिक वापस लौट चुके हैं. वैसे अगर सच में उपेंद्र रावत का ये वीडियो फेक है और उन्होंने नैतिक आधार पर चुनाव लड़ने से इंकार किया है तो उनको सैल्यूट बनता है, राजनेता और नैतिकता, आज के दौर में ये बड़ा दुर्लभ कॉम्बिनेशन है.