दक्षिण के पूर्व तेज गेंदबाज एलेन डोनाल्ड कह रहे हैं कि टीम इंडिया कैप्टाउन टेस्ट में वापसी कर पायेगी, मुश्किल लगता है, इसके पीछे उनका तर्क ये है कि पहले टेस्ट में सेंचुरियन की पिच गेंदबाज़ों के अनुकूल थी फिर भी भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी बिखरी और लक्ष्य से भटकी नज़र आयी. उनकी बात में दम है, भारतीय गेंदबाज़ी वाकई में बिक्री हुई लगी, बुमराह को छोड़कर कोई भी गेंदबाज़ प्रभावी नहीं दिखा और दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाज़ों ने इसका खूब फायदा भी उठाया, विशेषकर डीन एल्गर ने जिन्होंने 185 रनों की शानदार पारी खेली।
डोनाल्ड का कहना है कि भारतीय तेजगेंदबाज़ संयमित नहीं थे. पिच में मूवमेंट था, उछाल था. वहीँ दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाज़ों ने पिच को मिजाज़ को सही से परखा और ज़्यादातर गेंदों को पांच और 6 मीटर के अंदर पिच किया और बाकी का काम पिच के ऊपर छोड़ दिया जिसका उन्हें फायदा मिला। दूसरी तरफ भारतीय गेंदबाज़ों ने काफी संख्या में शार्ट गेंदे कीं, यहाँ तक कि बुमराह ने भी. शार्ट गेंदें डालने से भारतीय गेंदबाज़ पानी लेंथ से भटक गए और डीन एल्गर, मार्को जेन्सेन ने फायदा उठा लिया.
डोनाल्ड ने कहा कि केपटाउन की सपाट पिच पर भारतीय गेंदबाज़ों के लिए और भी मुश्किल होगी, स्पिनर्स को भी यहाँ कोई मदद नहीं मिलती, इसलिए विकेट निकालने के लिए ज़्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। यहाँ लम्बी पार्टनरशिप्स हो सकती हैं। डोनाल्ड के मुताबिक नई गेंद के चमक खोने से पहले ही कुछ किया जा सकता है, ऐसे में पारी के पहले 10-15 ओवर काफी अहम् हो सकते हैं। तेज़ गेंदबाज़ों के पास यही ओवर मौका बनाने के लिए होंगे। बता दें कि भारतीय टीम खिलाडियों की चोटों से जूझ रही है, शामी पहले ही बाहर हो चुके हैं, कल शार्दुल ठाकुर को भी चोट लगी थी, उनका खेलना भी संदिग्ध हो गया है, हालाँकि दक्षिण अफ्रीका पहुँच चुके आवेश खान जमकर नेट पर पसीना बहाते देखे गए हैं , कप्तान रोहित शर्मा के साथ उनकी बातचीत करते कई फोटो भी मीडिया पर शेयर किये गए हैं, कहा जा रहा है कि आवेश तीन दिसंबर को मैदान पर दिखाई दे सकते हैं।