समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर तीसरे मोर्चे के गठन की सुगबुगाहट के बीच आज तेलंगाना में मुख्यमंत्री KCR के अलावा केजरीवाल, भगवंत मान, डी राजा और पिनरई विजयन के साथ एक मंच पर नज़र आये. वैसे यह अलग बहस का विषय है कि तेलंगाना और उत्तर प्रदेश का आपस में क्या रिश्ता है और अगले चुनाव में इन बाकी नेताओं का साथ समाजवादी पार्टी को कितना फायदा पहुंचाएगा। फिर भी देश में एक नए मोर्चे के गठन में जुटे BRS प्रमुख KCR को सहयोग देकर शायद वो कांग्रेस को यह सन्देश देना चाहते हैं कि उनके लिए भाजपा और कांग्रेस एक ही हैं जो वो पिछले दिनों कह भी चुके हैं.
अलग मोर्चे की कवायद
दरअसल KCR 2019 से लगातार इस कोशिश में लगे हैं कि भाजपा और कांग्रेस से अलग एक नया मोर्चा गठित किया जाय और इसीलिए उन्होंने अपनी पार्टी का नया नामंकरण भी किया और पार्टी के नाम में तेलंगाना का T हटाकर भारत का B लगाया। जी हाँ, पार्टी का पहले नाम तेलंगाना राष्ट्र समिति था जो बाद में भारत राष्ट्र समिति हुआ. उद्देश्य यही था कि पार्टी को या फिर खुद को तेलंगाना से निकालकर पूरे देश में ले जाने या कहिये राष्ट्रिय राजनीति में जाने का था. इसी कोशिश में जबकि कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा काफी लोकप्रिय हो रही है KCR ने भाजपा और कांग्रेस विरोधी पार्टियों को एकमंच पर जमा करके यह दिखाने की कोशिश की है अगले लोकसभा चुनाव में सिर्फ NDA या यूपीए ही नहीं हैं.
मोदी करते हैं KCR सरकार के कामों की कॉपी
बहरहाल खम्माम में अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आने वाले समय में जो हालात हैं वो आम लोगों के लिए बहुत परेशानी वाले हैं. भाजपा को भ्रमजाल फैलाने वाली पार्टी बताते हुए अखिलेश ने कहा कि वो समाज में भ्रम और नफरत फैला रही है. देश का किसान और नौजवान परेशान है, उसे सपने दिखाए जा रहे है. कल प्रधानमंत्री के 400 दिन की बात पर कटाक्ष करते हुए अखिलेश ने कहा कि अब सिर्फ 399 दिन बचे हैं और देश में नयी सरकार का गठन होगा. अखिलेश ने KCR सरकार के कामों की तारीफ करते हुए कहा कि उनके कामों की कॉपी मोदी सरकार कर रही है. उन्होंने भाजपा पर विपक्ष के खिलाफ साज़िशें रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार की एकमात्र कोशिश रहती है कि कैसे विपक्ष के नेताओं की छवि को धूमिल किया जाय.