Air India: एयर इंडिया ने “एआई -445 के पायलट की एक महिला मित्र ने नियमों का उल्लंघन करते हुए कॉकपिट में प्रवेश किया। इस पर एयर इंडिया ने दोनों पायलटों को ग्राउंड/ऑफ-रोस्टर कर दिया है।
बता दें इससे पहले भी एयर इंडिया के एक पायलट ने अपनी महिला मित्र को काकपिट के भीतर बुलाया था। उस दौरान भी उस पायलट को उड़ान भरने से रोक दिया गया था। उस घटना के एक महीने बाद फिर से एयरलाइन ने पिछले सप्ताह दिल्ली-लेह उड़ान के दौरान प्लेन कॉकपिट में एक महिला को बुलाने के आरोप में दो पायलटों के खिलाफ कार्रवाई की है। एयर इंडिया ने एआई-445 विमान के कॉकपिट में बिना कंपनी की अनुमति के महिला यात्री के प्रवेश के संबंध में केबिन क्रू से शिकायत मिलने के बाद दोनों पायलटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
डीजीसीए कर रहे मामले में जरूरी कार्रवाई
एयर इंडिया के शीर्ष अधिकारी ने बताया कि एआई-445 के पायलट की महिला मित्र ने कॉकपिट में प्रवेश किया। इसके बाद दोनों पायलटों को एयर इंडिया की ओर से ऑफ-रोस्टर कर दिया गया है। घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए नागर विमानन निदेशालय(डीजीसीए) ने कहा कि डीजीसीए इस मामले से अवगत है और प्रक्रियाओं के मुताबिक मामले में जरूरी कार्रवाई की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि एयर इंडिया ने विस्तार से जांच के लिए कमेटी गठित की है। हालांकि एयर इंडिया की तरफ से अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई। बता दें लेह हवाई मार्ग सुरक्षा के लिहाज से सबसे कठिन और संवेदनशील हवाई मार्गों में एक है। और वाणिज्यिक विमान में कॉकपिट में किसी बाहरी व्यक्ति को अनुमति देना कानूनी रूप से उल्लंघन है।”
लेह का रूट मामले में बेहद संवेदनशील
विमानन विशेषज्ञों का कहना है कि लेह हवाई अड्डे पर उतरना देश भर में सबसे कठिन अभियानों में एक है। क्योंकि ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाके में ये है। देश के रक्षा बलों के ठिकानों की उपस्थिति के कारण यह और संवेदनशील है। इसके अलावा, इस इलाके में काम करने के लिए ऑक्सीजन स्तर के कारण बहुत अच्छे स्वास्थ्य रिकॉर्ड की जरूरत होती है। इसके कारण लेह के विमानों के संचालन के लिए केवल अच्छे स्वास्थ्य रिकॉर्ड वाले कुशल पायलटों को ही तैनात किया जाना चाहिए।