अयोध्या में आज भगवान राम के भव्य मंदिर का प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन किया. प्राण प्रतिष्ठा पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि आज के बाद भगवान राम की जो मूर्ति अयोध्या के राम मंदिर में प्रतिष्ठित हुई है उसमें प्राण आ जायेंगे और आज के बाद सब लोग उसे भगवान् के रूप में देखेंगे। अखिलेश ने उम्मीद जताई कि भगवान राम के जितने भक्त हैं वो उनके दिखाए हुए रास्ते पर चलेंगे. अखिलेश यादव को भी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्योता दिया गया था, लेकिन उन्होंने कहा था कि किसी के कहने पर वो अयोध्या नहीं जायेंगे। वो प्राण प्रतिष्ठा के बाद अपने पूरे परिवार के साथ रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे.
अखिलेश आज छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र की पुण्यतिथि पर जनेश्वर मिश्र पार्क में मीडिया से बात कर रहे थे. अखिलेश ने कहा कि आज हम सब समाजवादी लोग जनेश्वर मिश्र जी को याद करते हैं। पूरे जीवन भर जनेश्वर जी गरीब, पिछड़े, दलित, जिनका जीवन अभाव में रहा उनके लिए संघर्ष करते रहे। उन्होंने हमेशा समाजवादी आंदोलन को आगे बढ़ाया। प्रदेश की योगी सरकार को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि अपराध की घटनाएं पूरे उत्तर प्रदेश में जगह-जगह हो रही है। ज़ीरो टॉलरेंस की बात करने वालों की कानून व्यवस्था ज़ीरो हो गई है। न केवल नोएडा, आजमगढ़ से खबर आई थी कि एक व्यक्ति को पीट-पीटकर पुलिस ने मार दिया।
बता दें कि अखिलेश के अलावा अन्य विपक्षी दलों ने भी अयोध्या में आज हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह से दूरी बना ली थी. इंडिया गठबंधन का कोई भी नेता आज के समारोह में शामिल नहीं हुआ. सभी का ये कहना था कि भाजपा और आरएसएस ने इसे एक राजनीतिक कार्यक्रम बना दिया है. प्रधानमंत्री मोदी प्राण प्रतिष्ठा समारोह को चुनावी फायदे के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं, बावजूद इसके कि देश के चारों शंकराचार्य प्राण प्रतिष्ठा के इस कार्यक्रम को विधि और शास्त्रों के विरूद्ध बता रहे हैं.