पोखरा हवाई अड्डे पर हुए विमान दुर्घटना में अब तक 70 यात्रियों के शव बरामद हो चुके हैं। हादसे के बाद नेपाल सरकार ने कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री पुष्प कल दहल ‘प्रचंड’ ने बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। सेना मौके ने मोर्चा संभाल लिया है।
नेपाल के पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर काठमांडू से आ रहा 72 सीटों वाला यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में अब तक 70 लोगों के शव मिल चुके हैं। बचाव कार्य जारी है।
एयरपोर्ट को किया बंद
पोखरा एयरपोर्ट को हादसे के बाद बंद कर दिया है। हादसे के कारणों का पता नहीं चल सका है। विमान में 10 विदेशी नागरिक भी सवार थे। इनमें पांच यात्री भारत के थे। इनमें से किसी के बचने की कोई जानकारी नहीं है। हादसे की जानकारी देते हुए यति एयरलाइंस प्रवक्ता सुदर्शन बरतौला ने बताया कि Yeti एयरलाइंस के विमान में 68 यात्री और चालक दल के चार सदस्य थे। इसमें दो बच्चों सहित 15 विदेशी शामिल हैं। विमान पुराने हवाई अड्डे और पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बीच हादसे का शिकार हुआ।
जांच के लिए टीम का गठन
पोखरा हवाई अड्डे पर विमान दुर्घटना की पूरी जानकारी के लिए पांच सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। नेपाल पीएम पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ और गृहमंत्री रबी लामिछाने विमान हादसे की पूरी जानकारी ली है। दोनों के पोखरा पहुंचने की संभावना है। हादसे के कारणों की जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेटी बना दी गई है। हादसे के बाद नेपाल में एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है।
उड़ान भरने के चंद मिनटों बाद हादसा
नेपाल की राजधानी काठमांडू से हादसे का शिकार हुए विमान ने सुबह 10.33 बजे उड़ान भरी थी। नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) ने जानकारी दी कि येती एअरलाइंस के विमान ने काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ान भरी थी। पोखरा एक मशहूर पर्यटक स्थल है। हवाईअड्डा प्राधिकरण के अनुसार, विमान में 53 नेपाली, पांच भारतीय, दो कोरियाई,चार रूसी, एक अर्जेंटीना और फ्रांसीसी नागरिक के अलावा एक-एक आयरिश यात्री सवार थे।