भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की श्रंखला का दूसरा टेस्ट विशाखापट्टनम में खेला जा रहा है. मैच के दुसरे दिन टीम इंडिया के नए सेंसेशन यशस्वी जैसवाल ने टेस्ट में अपने करियर का पहला दोहरा शतक जड़ दिया है। इस पारी की बदौलत कहा जा सकता है कि टीम इंडिया को भविष्य का सलामी बल्लेबाज़ मिल गया है. एक तरफ टीम में शामिल कई धुरंधर बल्लेबाज़ जहां एक अर्धशतक भी नहीं जड़ सके उसी मैदान पर यशस्वी ने डबल सेंचुरी जड़कर इतिहास रच दिया है। यशस्वी जायसवाल ने अपना दोहरा शतक 277 गेंदों में सात छक्कों और 19 चौकों की मदद से पूरा किया।
यशस्वी की 2029 रनों की पारी में उनके बल्ले से 18 चौके और 7 छक्के निकले हैं। टीम इंडिया 396 रन बनाकर आउट गयी है, इससे अंदाजा लगा सकते हैं यशस्वी जायसवाल की पारी टीम को इस स्कोर तक पहुँचाने में कितनी अहम् रही। ये पारी पहले टेस्ट में खेली गयी इंग्लैंड के बल्लेबाज़ ओली पॉप जैसी रही. उस मैच में भी ओली पॉप ने 196 रनों की पारी खेली थी वहीँ उनकी तरफ से किसी और बल्लेबाज़ ने एक भी पचासा नहीं जड़ा था. विशाखापट्टम में भी कुछ वैसा ही हुआ. यशस्वी के अलावा सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर शुभमन गिल का रहा जिन्होंने 34 रन बनाये। घरेलू मैदान पर यशस्वी का ये सबसे बड़ा स्कोर है।
यशस्वी जायसवाल ने जिस तरफ अपनी टीम को पहले ही दिन संभाले रखा उससे उनकी परिपक्वता साफ़ झलकती है। टीम के सीनियर बल्लेबाज़ एक तरफ छोटी छोटी पारियां खेलकर आउट होते गए मगर यशस्वी की एकाग्रता भांग नहीं हुई और वो लगातार एक छोर को न सिर्फ संभाले रहे बल्कि रफ़्तार से रन भी बनाते रहे। इस दोहरे शतक के साथ ही जायसवाल के नाम कई बड़े रिकॉर्ड दर्ज हो गए हैं। यशस्वी की पारी का अंत इंग्लैंड के सबसे अनुभवी गेंदबाज़ जेम्स एंडरसन ने किया।