ऋषभ पंत की पहचान एक आक्रमक बल्लेबाज़ के रूप में है, उनके खेलने का अपना स्टाइल है. जब वो लैप शॉट पर छक्का या चौका मारते हुए पिच पर लुढ़कते हैं तो लोगों की खूब तालियां बटोरते हैं, उनके प्रशंसक उनके इस शॉट पर फ़िदा होते हैं. ये सही है कि अजीबोगरीब शॉट खेलने वालों को लोग खूब पसंद करते रहे हैं, फिर वो चाहे AB डिविलियर्स हों या फिर सूर्यकुमार यादव या फिर ऋषभ पंत लेकिन आज मेलबोर्न में जब ऋषभ पंत मौके की नज़ाकत से आँखे चुराते हुए एक बार नाकाम होने के बाद दोबारा फिर वही अजीबोगरीब शॉट खेला और आउट हो गए तो महान बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर से रहा न गया और पंत के इस लापरवाह रवैये पर उन्होंने बांये हाथ के इस बल्लेबाज़ को एक बार नहीं बल्कि तीन बार स्टुपिड कहा.
दरअसल गावस्कर का गुस्सा जायज़ था क्योंकि टीम इंडिया अभी फॉलो ऑन बचाने के लिए जूझ रही थी, टीम को अभी भी लगभग 80 रनों की लगभग ज़रुरत थी, ऐसे में ऋषभ पंत के इस तरह आउट होने से टीम इंडिया दबाव में आ गयी जिसका नतीजा ये हुआ कि रविंद्र जडेजा भी जल्द आउट हो गए. ये तो नितीश रेड्डी और वाशिंगटन सूंदर की कमाल बल्लेबाज़ी की वजह भारत परेशानी से बाहर निकल आया.
गावस्कर ने ऋषभ पंत भड़कते हुए कहा कि आप ये नहीं कह सकते कि ये मेरा स्टाइल है. ये कतई टेस्ट क्रिकेट का स्टाइल नहीं है. टेस्ट क्रिकेट एक ज़िम्मेदारी वाली क्रिकेट है न कि एंटरटेनिंग क्रिकेट। आप टीम को इस तरह परेशानी में नहीं डाल सकते। गावस्कर ने पंत को तीन बार स्टुपिड कहते हुए कहा कि आपको मालूम है कि पीछे दो फील्डर हैं, आप एकबार चूकने के बाद फिर उसी शॉट के लिए जाते हैं. इसे आउट होना नहीं विकेट गंवाना कहते हैं, ये कोई स्वाभाविक शॉट नहीं बल्कि बेवकूफी भरा शॉट है.