BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में जगत प्रकाश नड्डा का कार्यकाल समाप्त होने के साथ ही केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी और इसके वैचारिक मार्गदर्शक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शीर्ष नेताओं ने उत्तराधिकारी पर विचार-विमर्श करने के लिए सोमवार को नई दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर बैठक की। बैठक में सिंह के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के महासचिव बीएल संतोष भी शामिल हुए।
कल शाम पांच घंटे चली बैठक में आरएसएस का प्रतिनिधित्व महासचिव और दूसरे नंबर के नेता दत्तात्रेय होसबोले और संयुक्त महासचिव अरुण कुमार ने किया। यह बैठक केरल के पलक्कड़ में 31 अगस्त से 2 सितंबर के बीच होने वाली आरएसएस की महत्वपूर्ण समन्वय बैठक से पहले हुई। भाजपा और आरएसएस के नेताओं का समय-समय पर मिलना कोई असामान्य बात नहीं है। हालांकि, लोकसभा चुनावों, खासकर उत्तर प्रदेश में भाजपा के खराब प्रदर्शन और भाजपा अध्यक्ष के रूप में नड्डा के उत्तराधिकारी पर आसन्न सवाल के मद्देनजर हालिया बैठक महत्वपूर्ण हो जाती है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बैठक में संभावित दावेदारों के नामों के साथ-साथ भाजपा अध्यक्ष के चयन पर भी चर्चा हुई। विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा अध्यक्ष का चयन भी महत्वपूर्ण हो जाता है। महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड जैसे प्रमुख राज्यों में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं। अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में भी जल्द ही चुनाव होने की उम्मीद है। नड्डा का विस्तारित कार्यकाल भी इस साल जून में समाप्त हो रहा है, इसलिए भाजपा के नए अध्यक्ष की तलाश जारी है। भाजपा को उम्मीद है कि इस साल दिसंबर तक पूर्णकालिक अध्यक्ष के लिए चुनाव हो जाएंगे, लेकिन जल्द ही कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति हो सकती है।
नए अध्यक्ष की नियुक्ति में आरएसएस की सहमति महत्वपूर्ण होगी, खासकर लोकसभा में हार के बाद दोनों संगठनों के बीच देखी गई दुश्मनी को देखते हुए। संगठन में महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके कई भाजपा नेता अब केंद्र सरकार का हिस्सा हैं, ऐसे में इस बात को लेकर अटकलें बढ़ गई हैं कि क्या भाजपा किसी महिला या ओबीसी नेता को कमान सौंपेगी, जबकि कई राज्यों में चुनाव होने हैं और संसद तथा राज्य विधानसभाओं में महिला आरक्षण का कार्यान्वयन अभी भी लंबित है।