पहलवान विनेश फोगट और बजरंग पुनिया 6 सितंबर को कांग्रेस में शामिल हो गए हैं, इसके साथ ही उनके राजनीति में आने और न आने की ख़बरों पर भी विराम लग गया है. कांग्रेस पार्टी में शामिल होने से पहले विनेश फोगाट ने भारतीय रेलवे की अपनी नौकरी से त्यागपत्र दे दिया। उनके नौकरी से त्यागपत्र देने के बाद अब ये लगभग तय हो चूका है कि 5 अक्टूबर को होने वाले 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा के चुनाव में दोनों ओलंपियन भाग ले सकते हैं।
कांग्रेस में शामिल होने पर फोगट ने कहा, “मैं कांग्रेस पार्टी का शुक्रिया अदा करती हूं… कहते हैं न कि बुरे समय में पता लगता है कि अपना कौन है… जब हमें सड़क पर घसीटा जा रहा था, तब भाजपा को छोड़कर सभी पार्टियां हमारे साथ थीं। मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसी पार्टी में शामिल हुई हूं जो महिलाओं के साथ खड़ी है और ‘सड़क से संसद’ तक लड़ने के लिए तैयार है…”
बजरंग पुनिया ने कहा कि कांग्रेस बुरे समय में हम लोगों के साथ खड़ी रही । उन्होंने कहा कि जितना हम कुश्ती के लिए मेहनत करते थे उसी तरह कांग्रेस के लिए राजनीति में भी उतना ही प्रयास करेंगे। वे पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी नेता पवन खेड़ा, हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान और हरियाणा के एआईसीसी प्रभारी दीपक बाबरिया की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। इससे पहले दोनों पहलवानों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की.
अधिक वजन के कारण हाल ही में संपन्न पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक मुकाबले से चूकने वाली फोगट और 2020 टोक्यो खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली पुनिया ने भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह द्वारा महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के खिलाफ जांच की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया।