Weather News: उत्तराखंड में आज बुधवार की सुबह दर्दनाक चींख पुकार के साथ शुरू हुई है। बारिश के चलते कई जगहों पर मकान गिरे जहां अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। अपनों को खोने के गम में चीख-पुकार मची हुई है। रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड में आज सुबह पांच बजे भारी भूस्खलन में तीन बच्चे मलबे में दबकर रह गए। दूसरी तरफ यमुनोत्री हाईवे के पास यात्रियों के वाहन पर भारी बोल्डर गिर गया।
गौरीकुंड में गौरी गांव में तीन बच्चे भूस्खलन की चपेट में आने से मलबे में दब गए।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस ने लोगों की मदद से तीनों बच्चों को मलबे से निकाला गया। आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने जानकारी दी कि बच्चों को गौरीकुंड अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया है। जहां दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया। जबकि एक बच्चे का उपचार जारी है।
यात्री वाहन पर अचानक भारी मलबा बोल्डर गिर गया
यमुनोत्री हाईवे ओजरी डाबरकोट स्लाइड्स जोन के पास से गुजर रहे यात्री वाहन पर अचानक भारी मलबा बोल्डर गिर गया। चट्टानी बोल्डर खिड़की तोड़कर अंदर घुस गया। जिससे यात्री की मौत हो गई। कई घायल हो गए। ओजरी डाबरकोट में वाहनों की आवाजाही शुरू होने के कुछ ही देर में एक वाहन बोल्डर की चपेट में आ गया। इस हादसे में एक हैदराबाद की 30 वर्षीय पायल की मौत हो गई। जबकि 20 वर्षीय मुम्बई निवासी क़ृष्णा गंभीर रूप घायल है। अन्य यात्रियों को भी चोटें आई हैं।
घटना के बाद पुलिस ने दोनों ओर वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर रोका। घायलों को बडकोट सीएचसी लाया जा रहा है। एक माह में ओजरी डाबरकोट के भूस्खलन ने दो जिंदगियां छीन लीं। जुलाई माह में भूस्खलन जोन में तैनात पुलिस जवान चमन सिंह तोमर की बोल्डर की चपेट में आने से मौत हो गई थी।